पिथौरागढ़ जिले के अस्कोट क्षेत्र में शुक्रवार तड़के एक दर्दनाक हादसा हो गया। रसगाड़ी के ओजपाली तोक में भोर के लगभग चार बजे अचानक भूस्खलन होने से एक मकान पूरी तरह ध्वस्त हो गया। घर के भीतर सो रहे 22 वर्षीय युवक की मलबे में दबकर मौत हो गई। इस हादसे ने पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ा दी है, जबकि मृतक के परिजन गहरे सदमे में हैं।
स्थानीय लोगों के अनुसार, भूस्खलन इतना तेज था कि पहाड़ी से आया भारी मलबा और बड़े-बड़े बोल्डर सीधे घर की ओर बढ़ते हुए दीवारों को तोड़कर भीतर घुस गए। इसके साथ ही मकान की छत भी गिर गई। घटना के वक्त घर में ललित मोहन जोशी का पुत्र भुवन जोशी सो रहा था। अनियंत्रित मलबे ने उसे दबोच लिया और कुछ ही क्षणों में पूरा घर ढह गया।
हादसा होते ही परिजनों और ग्रामीणों ने मलबा हटाने की कोशिश की, लेकिन भारी मात्रा में जमा बोल्डरों और मिट्टी को हटाना उनके लिए संभव नहीं था। ग्रामीणों ने तुरंत घटना की सूचना पुलिस और राजस्व विभाग को दी। सूचना मिलते ही दोनों विभागों की टीम मौके पर पहुंची। राहत दल ने कठिन परिस्थितियों में मलबा हटाने का प्रयास किया, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। मलबे में दबे भुवन जोशी को मृत अवस्था में बाहर निकाला गया। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
ग्रामीण एकता मंच के संयोजक तरुण पाल ने बताया कि घर के ठीक ऊपर बनी सिंचाई गूल काफी समय से क्षतिग्रस्त थी। इससे लगातार पानी का रिसाव हो रहा था, जिसने धीरे-धीरे पहाड़ी की मजबूती को कमजोर कर दिया और यही रिसाव भूस्खलन का प्रमुख कारण बना।
तहसीलदार पिंकी आर्या ने बताया कि मृतक के परिजनों को तत्काल सहायता राशि प्रदान कर दी गई है। साथ ही घटना के वास्तविक कारणों की जांच की जाएगी ताकि भविष्य में ऐसी दुर्घटनाओं को रोका जा सके।
हादसे के बाद गांव में मातम का माहौल है, वहीं स्थानीय लोग मांग कर रहे हैं कि क्षतिग्रस्त सिंचाई गूल की जल्द मरम्मत कर सुरक्षा उपायों को मजबूत किया जाए ताकि इस तरह की घटना दोबारा न हो।





