इस्लामाबाद/वॉशिंगटन। अमेरिका ने पाकिस्तान को एडवांस्ड मिसाइलों की आपूर्ति करने से साफ इनकार कर दिया है। शुक्रवार को अमेरिकी दूतावास ने बयान जारी कर कहा कि पाकिस्तान को कुछ हथियारों और उपकरणों की सप्लाई की जा सकती है, लेकिन किसी नए हथियार, विशेषकर आधुनिक एअर-टू-एअर मिसाइल (AMRAAM) की डिलीवरी का कोई प्रावधान नहीं है।
मीडिया रिपोर्ट्स और अमेरिका का स्पष्ट इनकार
हाल ही में कई पाकिस्तानी मीडिया चैनलों ने दावा किया था कि अमेरिका एएमआरएएम मिसाइलों की डिलीवरी के लिए सहमत हो गया है। रिपोर्ट में कहा गया था कि अमेरिका की रेथियोन कंपनी एरिजोना के टकसन स्थित, पाकिस्तान को आधुनिक मिसाइलें सप्लाई करेगी। हालांकि, अमेरिकी दूतावास ने इसे पूरी तरह गलत सूचना करार दिया।
दूतावास के बयान में कहा गया है कि 30 सितंबर को युद्ध विभाग (Department of War) ने विदेशों को हथियार और उपकरण बेचने की नीति में कुछ बदलाव की घोषणा की थी। मीडिया में पाकिस्तान को AMRAAM मिसाइलें देने की चर्चा की जा रही थी, लेकिन नीति में ऐसा कोई प्रावधान नहीं है। साथ ही, पाकिस्तान की मौजूदा सैन्य क्षमताओं में किसी भी तरह के इजाफे पर विचार नहीं किया गया है।
पाकिस्तान के लिए प्रभाव
विशेषज्ञों का कहना है कि अमेरिका का यह कदम पाकिस्तान के रक्षा कार्यक्रम और रणनीतिक संतुलन पर असर डाल सकता है। एएमआरएएम मिसाइलें लंबी दूरी की और अत्याधुनिक तकनीक वाली मिसाइलें हैं, जिनसे पाकिस्तान को अपने वायु रक्षा नेटवर्क को सशक्त बनाने का अवसर मिलता। अमेरिका के इनकार से पाकिस्तान के संभावित सशस्त्र उन्नयन योजनाओं में बाधा आ सकती है।
अमेरिका-पाकिस्तान संबंधों में तनाव
हाल ही में दोनों देशों के बीच रिश्तों में कुछ तनाव देखे जा रहे हैं। यह कदम अमेरिका की उस नीति का हिस्सा माना जा रहा है, जिसमें वह क्षेत्रीय सुरक्षा और अपने हितों के अनुसार हथियारों की आपूर्ति को नियंत्रित कर रहा है। अमेरिका ने स्पष्ट किया कि पाकिस्तान को सिर्फ मौजूदा उपकरणों और हथियारों की सप्लाई की जाएगी, किसी नए और आधुनिक हथियार की अनुमति नहीं दी जाएगी।
विश्लेषकों के अनुसार, यह फैसला पाकिस्तान के सैन्य और कूटनीतिक रणनीति दोनों पर महत्वपूर्ण असर डाल सकता है, और क्षेत्रीय सुरक्षा समीकरण में अमेरिका की भूमिका को भी दर्शाता है।
अमेरिका ने पाकिस्तान को दिया बड़ा झटका, आधुनिक मिसाइलों की आपूर्ति से किया इनकार


