वॉशिंगटन। भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने अमेरिका में अपने पद के लिए मनोनीत भारतीय राजदूत से महत्वपूर्ण बैठक की। बैठक में द्विपक्षीय संबंधों, क्षेत्रीय सुरक्षा, आर्थिक सहयोग और वैश्विक मुद्दों पर विस्तृत चर्चा हुई। राजदूत सर्जियो गोर के साथ हुई यह बातचीत दोनों देशों के रणनीतिक और कूटनीतिक संबंधों को मजबूती देने की दिशा में अहम मानी जा रही है।
सूत्रों के अनुसार, बैठक में प्रमुख विषयों में शामिल थे:
- रणनीतिक सहयोग और सुरक्षा: दोनों पक्षों ने क्षेत्रीय सुरक्षा स्थिति, समुद्री मार्गों की सुरक्षा और आतंकवाद के खिलाफ संयुक्त प्रयासों पर चर्चा की। जयशंकर ने कहा कि भारत और अमेरिका मिलकर Indo-Pacific क्षेत्र में स्थिरता और शांति बनाए रखने के लिए काम कर रहे हैं।
- आर्थिक और व्यापारिक सहयोग: बैठक में निवेश, तकनीकी सहयोग और आपूर्ति श्रृंखला सुरक्षा को लेकर भी विचार-विमर्श हुआ। दोनों पक्षों ने ऐसे कदमों पर जोर दिया, जिससे व्यापारिक और आर्थिक रिश्ते और मजबूत हों।
- वैश्विक चुनौतियां: जलवायु परिवर्तन, कोविड-19 जैसी स्वास्थ्य चुनौतियों और ऊर्जा सुरक्षा जैसे मुद्दों पर दोनों नेताओं ने साझा दृष्टिकोण अपनाने की बात कही।
विदेश मंत्रालय के सूत्रों ने बताया कि जयशंकर ने सर्जियो गोर को भारत और अमेरिका के बीच बढ़ती रणनीतिक साझेदारी पर आश्वस्त किया। उन्होंने कहा कि राजनयिक संवाद को निरंतर बनाए रखना दोनों देशों के हित में है।
बैठक में यह भी तय हुआ कि आने वाले महीनों में द्विपक्षीय संवाद और उच्च स्तरीय बैठकों की श्रृंखला जारी रखी जाएगी। इससे न केवल राजनीतिक और कूटनीतिक संबंध मजबूत होंगे, बल्कि व्यापार, रक्षा और तकनीकी सहयोग में भी नई दिशा मिलेगी।
राजनयिक विशेषज्ञों का कहना है कि सर्जियो गोर की भारत यात्रा और विदेश मंत्री से हुई यह बातचीत दोनों देशों के संबंधों में भरोसा और सहयोग की नींव को और मजबूत करेगी। इस दौरान मीडिया और सार्वजनिक बयानबाजी से दूर रहकर गहन और निष्पक्ष चर्चा पर ध्यान दिया गया।





