अमेरिका द्वारा अन्य देशों पर लगाए गए टैरिफ को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि वे शुक्रवार से ही व्यापारिक साझेदारों को उनके टैरिफ दरों के बारे में सूचित करने के लिए पत्र भेजना शुरू करने की योजना बना रहे हैं।
ट्रंप का कहना है कि उच्च अमेरिकी टैरिफ से बचने के लिए वार्ता अब अपने अंतिम चरण पर है। उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा, “मेरा झुकाव एक पत्र भेजने और बताने का है कि वे कितना टैरिफ भुगतान करने जा रहे हैं।”
ट्रंप की यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब कुछ ही दिनों में दर्जनों देशों पर भारी टैरिफ लागू होने वाला है, जो ताइवान से लेकर यूरोपीय संघ तक प्रत्येक अर्थव्यवस्था के लिए अनुकूलित है।
यह टैरिफ अप्रैल में की गई एक व्यापक घोषणा का हिस्सा हैं, जिसमें ट्रंप ने लगभग सभी व्यापारिक साझेदारों के सामानों पर 10 प्रतिशत टैरिफ लगाया था और कुछ दिनों के भीतर चुनिंदा समूहों के लिए इन दरों को बढ़ाने की योजना बनाई थी।
हालांकि, उन्होंने टैरिफ लगाने की सीमा को 9 जुलाई तक बढ़ा दिया था, जिससे देशों के बीच वार्ता हो सके। कई देश ऐसे समझौते करने पर जोर दे रहे हैं जिससे उन्हें इन बढ़े हुए टैरिफ से बचने में मदद मिल सके।
अमेरिकी अधिकारियों ने संकेत दिया है कि आने वाले दिनों में कई व्यापार समझौतों की घोषणा हो सकती है। लेकिन अब तक ट्रंप प्रशासन ने केवल ब्रिटेन और वियतनाम के साथ ही समझौतों का खुलासा किया है, जबकि वाशिंगटन और बीजिंग एक-दूसरे के उत्पादों पर अत्यधिक शुल्कों को अस्थायी रूप से कम करने पर सहमत हुए हैं।
जैसे-जैसे 9 जुलाई की तारीख नजदीक आ रही है, ट्रंप बार-बार देशों को याद दिला रहे हैं कि पत्र भेजकर उन्हें इसके बारे में सूचित किया जाएगा। भारत के साथ भी अमेरिका की एक बड़ी ट्रेड डील होने की संभावना है।