तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने अपनी बुआ और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मतभेद की अटकलों को महज अफवाह करार दिया है। उन्होंने मंगलवार को उन खबरों को खारिज कर दिया कि पार्टी सुप्रीमो ममता बनर्जी के साथ उनके मतभेद हैं। उन्होंने ममता के प्रति अपनी वफादारी का दावा किया। उन्होंने कोलकाता में पार्टी सम्मेलन में कहा, ‘मैं टीएमसी का वफादार सिपाही हूं और मेरी नेता ममता बनर्जी हैं।’ इस बीच पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने टीएमसी बैठक में दावा किया कि जब तक चुनाव आयोग निष्पक्ष नहीं होगा, स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव नहीं हो सकते। ज्ञानेश कुमार को मुख्य निर्वाचन आयुक्त नियुक्त करने पर ममता बनर्जी ने आरोप लगाया कि भाजपा निर्वाचन आयोग को प्रभावित करने की कोशिश कर रही है। बैठक में ममता बनर्जी ने कहा कि मैं भाजपा नेताओं को भगवा कॉमरेड कहूंगी। उन्होंने आरोप लगाया कि टीएमसी नेताओं के फोन टेप किए जा रहे हैं। हम उन फर्जी मतदाताओं की पहचान करेंगे, जिन्हें भाजपा की मदद से पंजीकृत किया गया है। हम बाहरी लोगों को बंगाल पर कब्जा नहीं करने देंगे। भाजपा ने हरियाणा, गुजरात के नकली मतदाताओं का नामांकन कराकर दिल्ली और महाराष्ट्र में चुनाव जीते। अगर जरूरत पड़ी तो हम मतदाता सूची से फर्जी मतदाताओं को हटाने की मांग को लेकर चुनाव आयोग कार्यालय के समक्ष धरना देंगे।
इससे पहले भाजपा में शामिल होने की अटकलों को खारिज करते हुए अभिषेक बनर्जी ने कहा, ‘जो लोग कह रहे हैं कि मैं भाजपा में शामिल हो रहा हूं, वे झूठी बातें फैला रहे हैं। मैं उन लोगों को जानता हूं, जो ऐसी झूठी खबरें फैला रहे हैं। अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले उनके निहित स्वार्थ हैं।’ डायमंड हार्बर के सांसद ने यह भी कहा कि वह पार्टी के भीतर गद्दारों को बेनकाब करना जारी रखेंगे, जैसा कि उन्होंने पिछले विधानसभा चुनावों के दौरान किया था।