बाजपुर। सांप्रदायिक सद्भाव कायम रखने, देश से नफरत को दूर करने, आपसी भाईचारा सौहार्द और देश की अमन व शांति को लेकर जमीअत उलेमा हिंद उत्तराखंड की बैठक आयोजित गई। जिसमें गणमान्यजनों व धर्मगुरुओं ने हिंदुस्तानी गंगा जमुनी तहजीब पर जोर दिया।
शहर इमाम अब्दुल बासित की अध्यक्षता में आयोजित इस बैठक में मुख्य अतिथि के रुप में गोपाल दत्त नैनवाल, हरजोत सिंह, मौलाना जलीस अहमद कासमी प्रदेश उपाध्यक्ष जमीअत उलमा हिंद उत्तराखंड मौजूद रहे। बैठक में भाईचारे के विभिन्न मतों के साथ एक अहम मुद्दा भारतीय जनता पार्टी के नेता अजय राज के संबंध में लिया गया। उन पर वर्ष 2014 में धार्मिक सौहार्द को बिगाडऩे का आरोप लगा। इस पर अब्दुल कादरी सचिव जमीयत उलेमा ने उनके खिलाफ दायर किया गया वाद वर्तमान में न्यायालय में विचाराधीन है। इस मामले में आरोपी के पिता राम अवतार ने अपने पुत्र को क्षमा करने की अपील सद्भावना मंच में की। जिसे मंच के पदाधिकारियों ने स्वीकार करते हुए भारतीय गंगा जमुनी तहजीब को बरकरार रखा सभा में भाईचारा प्यार मोहब्बत भारत के समाज में किस तरह कायम रहे और किस तरह भारत में अमन शांति रहे इस पर चर्चा रही। साथ ही अपनी गलती स्वीकारने व माफी मांगने पर अजय राजौर को क्षमा करने का निर्णय लिया गया। इस दौरान सरदार हरजोत सिंह, पंडित गोपाल दत्त नीलवाल, श्रीकांत खंडेलवाल, शहर इमाम मौलाना अब्दुल बासित साहब, उत्तराखंड नायब सदर मौलाना जलीस अहमद कासमी, जिला नैनीताल कार्यवाहक अध्यक्ष मौलाना मुस्तफा साहब, अब्दुल कादिर फार्मर प्रदेश सचिव जमीअत उलेमा हिंद उत्तराखंड, अब्दुल कवी साहब, राम अवतार, अजय राजौर, एडवोकेट खुर्शीद अहमद, मोहसिन खान, जावेद, इरशाद, इकबाल भारती, मोहम्मद तारिक, शानू खान, नजाकत हुसैन , नाजिम हुसैन, अनीस अहमद, मोहम्मद फुरकान, नफीस अहमद खान, मुर्तजा , अब्दुल बारी सिराज अहमद के अलावा इसमें काफी लोग मौजूद रहे।