खटीमा के एक व्यक्ति से मांगी थी ,3 हजार की रिश्वत, दाखिल खारिज करने के नाम पर
टीम अपने साथ हल्द्वानी ले गई, मुकदमा
रुद्रपुर। खटीमा के एक शिकायतकर्ता की शिकायत को गंभीरता से लेते हुए हल्द्वानी विजिलेश की ट्रेप टीम ने चकबंदी कार्यालय में तैनात पेशकार को तीन हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी पेशकार पर से दाखिल खारिज करने के नाम पर रिश्वत की मांग कर रहा था। विजिलेश की टीम ने आरोपी के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। साथ ही चकबंदी कार्यालय के अन्य कार्मिकों की भूमिका की भी तफ्तीश करने का फैसला लिया है। खटीमा निवासी नईम खान ने बताया कि उसकी पत्नी के नाम एक भूखंड खरीदा था। जिसकी दाखिल खारिज की फाइल चकबंदी कार्यालय में प्रचलित थी। आरोप था कि चकबंदी कार्यालय में तैनात पेशकार आनंद चंद दाखिल खारिज करने की एवज में तीन हजार रुपये की मांग कर रहा था। जिसके खिलाफ आवाज उठाते हुए शिकायतकर्ता नईम ने 22 जुलाई को इसकी शिकायत 1064 एप पर दर्ज करवाई और आठ अगस्त को एसपी सतर्कता अधिष्ठान कार्यालय हलद्वानी में लिखित शिकायत की।एसपी विजिलेश प्रहलाद नारायण मीणा ने मामले को गंभीरता से लेते हुए प्रारंभिक जांच करवाई,तो आरोप सही पाएं गए। इसके बाद सीओ अनिल मनराल और निरीक्षक चंचल शर्मा के साथ एक ट्रेप टीम का गठन किया। शिकायती पत्र पर कार्रवाई करते हुए ट्रेप टीम ने बुधवार दोपहर बाद बंडिया किच्छा निवासी आनंद चंद को तीन हजार की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। सीओ ने बताया कि चकबंदी के पेशकार की गिरफ्तारी से पहले प्रारंभिक जांच की गई थी। जिसमें शिकायतकर्ता द्वारा दिए गए सबूतों के आधार पर ट्रेप टीम द्वारा प्लान करके चकबंदी कार्यालय के पेशकार को रंगे हाथो गिरफ्तार किया है। दिए गए नोटों पर आरोपी के हाथों के निशान के अलावा ट्रेप टीम ने कई साक्ष्य भी इकठ्ठा किए है। आरोपी पेशकार के विरुद्व भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत रिपोर्ट दर्ज कर ली है और मामले की जांच के लिए निरीक्षक मनोहर सिंह दसौनी को नियुक्त कर दिया है। टीम की इस सफलता पर एसपी विजिलेश ने टीम को 5 हजार रुपये का ईनाम भी घोषित किया।