रुद्रपुर। उत्तराखंड का समग्र राजनैतिक इतिहास पुस्तक में थारू जनजाति के लिए की गयी अपमानजनक टिप्पणी के विरोध में थारू राणा जनजाति विकास परिषद एवं बारह राणा स्मारक समिति के बैनर तले एसएसपी कार्यालय पर प्रदर्शन किया और उन्होंने एसएसपी को ज्ञापन देकर पुस्तक में अपमानजनक टिप्पणी करने वाले उत्तराखण्ड मुक्त विश्वविद्यालय के प्रोफेसर अजय सिंह रावत के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
शुक्रवार को राणा थारू परिषद के पदाधिकारी एकत्रित हो एसएसपी कार्यालय पहुंचे। उन्होंने प्रोफेसर के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर प्रदर्शन किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड मुक्त विश्वविद्यालय हल्द्वानी के प्रोफेसर अजय सिंह रावत ने अपनी पुस्तक उत्तराखण्ड का समग्र राजनैतिक इतिहास में थारू जनजाति पर अपमानजनक टिप्पणीकी है। थारू जनजाति का वर्णन मात्र कुछ लोगों के मत के आधार पर गलत तरीके से किया गया है। मात्र संभवनाओं के आधार पर संपूर्ण जनजाति समुदाय के सम्बंध में अपमानजनक शब्दों का प्रयोग करके थारू जनजाति समाज की भावनाओं को ठेस पहुंचायी गयी है। रावत के इस कृत्य के कारण समाज के लोगों व आने वाली पीढ़ी को भी भविष्य में अपमान का सामना करना पड़ सकता है। ज्ञापन में परिषद के लोगों ने उपरोत्तफ़ पुस्तक को बैन करते हुए, उत्तराखंड मुक्त विश्व विद्यालय के पाठड्ढक्रम से हटाने और प्रोफेसर के विरूद्ध कार्यवाही करने की मांग की। इस मौके पर श्रीपाल राणा, ओम प्रकाश राणा, रमेश राणा, रोहित राणा, राम किशन राणा, दिनेश सिंह,चरण सिंह राणा आदि मौजूद रहे।