एसओजी आगरा व मुरैना एमपी पुलिस की मदद से पकड़े गए
रुद्रपुर। जिला की एसओजी ने यूपी के आगरा एसओजी और एमपी पुलिस की संयुक्त कार्रवाई के दौरान नशा के सौदागरों गिरोह का पर्दाफाश करते हुए 5 तस्करों को गिरफ्तार कर लाखों का गांजा बरामद किया। पुलिस को तस्करों से पूछताछ में खुलासा हुआ छत्तीसगढ़ से गांजा की तस्करी की जाती है। बरामद गांजा 1 कुंटल 55 किलोग्राम है। एसएसपी डा मंजूनाथ टीसी के निर्देशानुसार जिले में नशे के कारोबार में लिप्त सौदागरों के खिलाफ कार्रवाई में एसओजी प्रभारी कमलेश भट्ट के नेतृत्व में टीम गठित की गई। पुलिस के मुताबिक एसओजी को छत्तीसगढ़ से गांजा की तस्करी करने वाला गिरोह की जानकारी मिली तो एसओजी प्रभारी कमलेश ने तस्करों की लोकेशन को सर्विलांस की मदद ली। इसके बाद आगरा एसओजी प्रभारी निरीक्षक कुलदीप दीक्षित के साथ ही मुरैना पुलिस के निरीक्षक प्रवीण सिंह चौहान से भी संपर्क किया। तीनों टीमों ने तस्करों को पकड़ने में मुरैना में जाल बिछाया और दो कार में सवार तस्करो को दबोच लिया। वाहनों में गांजा बरामद हुआ। एसएसपी ने बताया कि एसओजी को बहुत बड़ी कामयाबी मिली है। तस्करों के पास से लाखों कीमती गांजा बरामद हुआ। तस्करों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया। बरामद गांजा की कीमत करीब 16 बताई जा रही। एसएसपी ने टीम को ईनाम देने की घोषणा की। टीम में जिले की एसओजी के एसआई ललित बिष्ट, भूपेंद्र,खीम सिंह, कुलदीप, गणेश पाण्डेय के अलावा मुरैना जिले की पुलिस के निरीक्षक समेत एसआई रामकुमार सिंह, संतोष बाबू, यातायात प्रभारी अखिल नागर, रोहित यादव, कैलाश शर्मा, गजेन्द्र, सुनील, उदयवीर शामिल रहे।
ये तस्कर गिरफ्तार- रमेश साहनी निवासी भूरारानी रुद्रपुर, प्रहलाद निवासी जौनपुर हथीन पलवल हरियाणा, घनश्याम निवासी बनाग पहाड़ी पलवल,देव सिंह चौहान और कृष्णा पंचाल निवासी अलालपुर पलवल शामिल हैं।
गिरोह का सरगना हल्द्वानी जेल में बंद, भाई भी गिरफ्तार
सीओ सिटी अभय सिंह ने बताया कि गिरोह का सरगना राकेश साहनी हल्द्वानी जेल में बंद हैं। वह नशे की तस्करी में पकड़ा गया था, तभी से जेल में हैं। गिरफ्तार रमेश भी गिरोह का सदस्य है। जेल में बंद राकेश का भाई है। उन्होंने बताया कि दिल्ली आकर मोबाइल नंबर और गाडियां बदल लेते थे। ताकि कोई शक न कर सके। रमेश छत्तीसगढ़ के सुकुमा में रह कर नशे की सप्लाई करता है। मांग के आधार पर।