रुद्रपुर। प्रांतीय उद्योग व्यापार मण्डल के जिलाध्यक्ष राजकुमार भुड्डी ने कहा कि जीएसटी सर्वे के नाम पर व्यापारियों का उत्पीडऩ किया जा रहा है इसका पूरे प्रदेश में पुरजोर विरोध किया जायेगा। और सरकार को हर हाल में उत्पीडऩ बंद करने के लिए मजबूर किया जायेगा। सोमवार को काशीपुर रोड एक रेस्टोरेंट में पत्रकार वार्ता करते हुए व्यापार मण्डल जिलाध्यक्ष ने कहा कि कोविड के दौरान व्यापारियों की जो कमर टूटी थी उससे व्यापार अभी तक नहीं उबर पाया है। अधिकारी सर्वे के नाम पर अब व्यापारियों का उत्पीडऩ कर रहे हैं। जीएसटी काउंसिल द्वारा जीएसटी का सरलीकरण करने की बजाय और पेचीदा बना दिया है। हाल ही में 18 जुलाई से खाद्यान्नों पर भी 5 प्रतिशत का टैक्स लगा दिया है तथा अन्य कई वस्तुओं पर टैक्स में बढोत्तरी की गई है। जब कि 2017 में जब जीएसटी लागू हुआ था उस समय सरकार के वित्त मंत्री द्वारा यह आश्वासन दिया गया था कि खाद्य पदार्थों पर जीएसटी नहीं लगायी जायेगी। प्रदेश सरकार को सबसे अधिक राजस्व देने वाला व्यापारी पर प्रतिदिन दवाब बनाकर ज्यादा टैक्स वसूलने की नियति बन्द होनी चाहिए। सर्वे के नाम पर शोषण नहीं होगा। अगर किसी व्यापारी पर शक है तो उसको नोटिस भेंजे। उसका वह जवाब देगा। उन्होंने कहा कि किसी भी नगर क्षेत्र जीएसटी अधिकारियों द्वारा व्यापारियों का उत्पीडन किया गया तो उनका पुरजोर विरोध करते हुए घेराव किया जायेगा। सभी व्यपारी आपसी सामंजस्य बनाकर सर्व कार्य का विरोध करेंगे। विरोध प्रदर्शन के तहत 26 जुलाई को सक्षम अधिकारी के समक्ष विरोध प्रस्ताव दिया जायेगा। 28को जिला उधमसिंहनगर एवं पूरे उत्तराखण्ड राज्य की 381 इकाईयों द्वारा जीएसटी का पुतला दहन करा कार्यक्रम किया जायेगां यदि उसके बावजूद भी छापे बन्द नहीं होते तो प्रदेश संगठन द्वारा प्रदेश बन्द का आहवान किया जा सकता है। समस्त इकाईयों बढ़ चढ़कर सहभागिता करेंगी। इस अवसर पर जिला कोषाध्यक्ष विनीत जैन, व्यापार मंडल अध्यक्ष संजय जुनेजा,राज कुमार सीकरी,हरीश अरोड़ा आदि भी मौजूद रहे।