रुद्रपुर। जिला अस्पताल वार्ड में तीमारदारों की भीड़ को देख मरीजों को इन्फेक्शन होने की बात कहना महिला डॉक्टर को महंगा पड़ गया। आरोप है कि एक महिला ने डॉक्टर से गाली-गलौज करते हुए हंगामा शुरू कर दिया। साथ ही महिला डॉक्टर से भी हाथापाई की। महिला डॉक्टर की तहरीर पर पुलिस ने सरकारी कार्य में बांधा पहुंचाने सहित अन्य धाराओं में केस दर्ज कर लिया है। पुलिस के मुताबिक जिला अस्पताल में तैनात डॉक्टर (गाइनोकोलोजिस्ट) ईशा गुप्ता ने पुलिस को बताया कि सोमवार रात उनकी रात की ड्यूटी थी। रात 9:15 बजे डीएस वार्ड में वह राउन्ड लेने आईं हुई थी। इस दौरान मरीजों के साथ उनके रिश्तेदारों की भीड लगी हुई थी। उनके समझाने पर कि भीड न लगाये इससे मरीज को इन्फेक्शन हो सकता है। यह कहने पर एक मरीज काजल की रिश्तेदार मुन्नी नामक महिला ने उनसे गालीगलौच करनी शुरू कर दी। आरोप है कि उक्त महिला ने उससे हाथापाई करने लगी। इस पर वह खुद को बचाकर बमुश्किल नर्सिंग स्टेशन पर आई। आरोप है कि उसके पीछे-पीछे वह भी नर्सिंग स्टेशन पर आ गई और उन्हें थप्पड़ मारने लगी। साथ हीचप्पल से मारते हुए बाहर मिलने पर जान से मारने की धमकी देने लगी। यह देख वहां मौजूद स्टाफ नर्स सिस्टर उर्मिला, सिस्टर ललिता और अन्य लोगों ने बचाया गया। थानाध्यक्ष पंतनगर राजेन्द्र सिंह डांगी ने बताया कि डॉक्टर (गाइनोकोलोजिस्ट) ईशा गुप्ता पत्नी की तहरीर के आधार पर पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है। जांच की जा रही है, इसके बाद आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
जिला अस्पताल के प्रमुख अधीक्षक डॉ आरके सिन्हा ने बताया कि महिला डॉक्टर से हाथापाई की सूचना मिली तो उन्होंने मरीज के तीमारदारों को समझने का प्रयास किया। बाद में पुलिस को सूचना दी और कार्रवाई के लिए तहरीर पुलिस को दी। उन्होंने बताया कि चिकित्सक हो स्वास्थ्य विभाग का कोई कर्मी हो, मरीज की देखभाल करते हैं। इसके बावजूद लोग अस्पताल में आकर अभद्रता व मारपीट करते हैं। इस तरह की घटना बर्दाश्त नहीं की जाएगी।