रुद्रपुर। प्रदेश की महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास, खाद्य, नागरिक आपूर्ति, उपभोक्ता मामले, खेल एवं युवा कल्याण मंत्री रेखा आर्या ने कलक्टे्रट सभागार में विभागीय अधिकारियों, किसानों व राईस मिलर्स पदाधिकारियों के साथ धान खरीद 2022-23 की समीक्षा बैठक ली। बैठक में मंत्री ने धान क्रय करने में किसानों को आ रही दिक्कतों के मामले में किसानों से चर्चा कर सुझाव लिये।
बैठक में किसानों ने बताया कि जिले में धान क्रय केन्द्र और बढ़ाया जाये व नेफैड क्रय ऐजेन्सी को धान क्रय केन्द्र न दिये जाये,क्योंकि किसानों को समय से भुगतान नहीं दिया जाता है। इस पर मंत्री ने संबंधित अधिकारी को निर्देश दिये कि नेफैड एजेंसी को कही भी क्रय केन्द्र न दिये जाये, नेफैड एजेंसी के स्थान पर अन्य क्रय एजेंसी को चयनित कर धान क्रय केन्द्र दिया जाये। किसानों ने मा० मंत्री को अवगत कराया कि अन्य राज्यों में मानक से तीन प्रतिशत नमी और बढ़ाया जाये व वर्तमान में अधिक वर्षा होने के कारण धान की फसल काफी नुकसान हुई है, किसानों को इसका मुआवजा भी दिया जाये। मंत्री ने किसानों को आश्वासन देते हुये कहा कि शासन स्तर पर वार्ता कर किसानों के हित में जो भी होगा अवश्य किया जायेगा।
किसानों को किसी प्रकार की समस्या नहीं आने दी जायेगी। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिये कि बरसात की वजह से किसानों के धान के नुकसान का शीघ्र सर्वे कराये। जिससे कि किसानों के धान का हुये नुकसान का सही आंकलन हो सकें। उन्होने सभी क्रय एजेंसियों व कच्चा आढ़तियों से कहा कि धान खरीद में किसानों को अनावश्यक परेशान न किया जाये तथा किसानों को समय से भुगतान किया जाये। किसाना हमारे अन्नदाता है किसानों की प्रत्येक समस्या का समाधान किया जायेगा। व्यवहारिक रूप से जो भी किसानों के लिये सहयोग होगा, हम सहयोग करेगें। हमारी सरकार किसानों के हित में अनेकों कार्य कर रही है। एडीएम/धान क्रय प्रभारी जय भारत सिंह ने बताया कि जनपद में 200 धान क्रय केन्द्र खोले गये है। वर्तमान तक 1738.770 मैट्रिक टन धान क्रय किया गया है। उत्तराखंड राज्य सहकारी संघ (यूसीएफ) के 138 धान क्रय केन्द्र, एनसीसीएफ के 3 क्रय केन्द्र, पीसीयू के 20 क्रय केन्द्र, खाद्य विभाग के 25 क्रय केंद्र व नेफैड के 14 धान क्रय केन्द्र खोले गये है। इस दौरान उपाध्यक्ष राज्य किसान आयोग राजपाल सिंह, मेयर रामपाल सिंह, सीडीओ विशाल मिश्रा, आरएफसी कुमांऊ मंडल बीएस चलाल, एडीएम डॉ. ललित नारायण मिश्र, डीएसओ तेजबल सिंह, ठा. जगदीश सिंह, कर्मवीर सिंह, अमनिन्दर सिंह, लखविन्दर सिंह, जग्गा सिंह, बलविन्दर सिंह, गुरसेवक सिंह, गुरमीत सिंह आदि मौजूद थे।