रुद्रपुर। उत्तरांचल पंजाबी महासभा के दोनों गुटों के जिलाध्यक्षों समेत रुद्रपुर महासभा कई पदाधिकारियों ने जिला एवं नगर स्तर पर संगठन के विलय का ऐलान करते हुए अपने पदों से इस्तीफा दे दिया है।
दोनों संगठनों से जुड़े पदाधिकारियों और सदस्यों से एकजुट होकर एक मंच के नीचे आने का आह्वान किया है। शनिवार को एक होटल में दोनो गुटों के जिलाध्यक्ष समेत अन्य पदाधिरियों ने मीडिया को जानकारी देते हुये बताया कि प्रदेश में दो पंजाबी महासभा चल रही हैं। एक गुट के प्रदेश अध्यक्ष तिलकराज बेहड़ हैं,जबकि दूसरे गुट के प्रदेश अध्यक्ष राजीव घई हैं। प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव को लेकर पैदा हुए गतिरोध के बाद पंजाबी महासभा में दो फाड़ हो गये थे। प्रदेश इकाई के बाद जिला और नगर इकाईयों का भी अलग अलग गठन हुआ था। बताया कि पंजाबी महासभा में पैदा हुई इस खाई को पाटने के प्रयास भी हुए, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला। अब दोनों गुटों के जिला समेत नगर ईकाई के पदाधिकारियों ने अपने पदों से इस्तीफा दे दिया। बेहड़ के नेतृत्व वाली पंजाबी महासभा के जिलाध्यक्ष केवल कृष्ण बतरा और राजीव घई के नेतृत्व वाली में पंजाबी महासभा के जिलाध्यक्ष हरीश जल्होत्र एवं दोनों संगठनों के पदाधिकारियों ने मीडिया के सामने अपने अपने इस्तीफे का ऐलान किया। केवल बतरा और हरीश जल्होत्र के साथ ही जिला महामंत्री प्रीत ग्रोवर, रूद्रपुर नगर अध्यक्ष सुरेन्द्र मिड्डा, महामंत्री वीरेन्द्र सुखीजा, कोषाध्यक्ष दीपक अरोरा, रुद्रपुर नगर महामंत्री सुरेन्द्र रज्जी, कोषाध्यक्ष मनोज खेड़ा ने भी अपने इस्तीफे की घोषणा की। दोनो गुटों के लोगो ने बताया कि पंजाबी महासभा के दो फाड़ होने का खामियाजा पंजाबी समाज को भुगतना पड़ रहा है। आपसी मतभेद भी लगातार बढ़ते जा रहे हैं। जिससे पंजाबी समाज के हित भी कहीं न कहीं प्रभावित हो रहे हैं। बतरा ने कहा कि उन्होंने कई बार दोनों संगठनों को एक करने के लिए कई प्रयास किये, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला। इसी के कारण जिलाध्यक्ष पद से इस्तीफा देने का फैसला किया। पंजाबी समाज को एकजुट करने के लिए वह अपने स्तर से आगे भी प्रयास जारी रखेंगे। कहा कि समाज हित में जहां भी उनकी जरूरत पड़ेगी वह आगे भी खड़े रहेंगे।
जिला और नगर स्तर पर दोनों संगठनों का विलय कर दिया गया है। गुरू पर्व पर होने आयोजित होने वाले नगर कीर्तन का स्वागत भी एक मंच पर किया जायेगा। जिसके लिए सुरेन्द्र अरोरा रज्जी और सुरेन्द्र मिड्डा को प्रभारी बनाया गया है।जल्होत्र ने कहा कि पंजाबी समाज के लोगों को आज एक मंच पर आने की जरूरत है। इसी लिये उन्होंने जिलाध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया। ताकि दोनो संगठन को मजबूती मिल सके और समाज का हित हो सके।