खटीमा। शुक्रवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने निजी आवास नगला तराई व राधा स्वामी सत्संग ब्यास में पौधारोपण किया। इस दौरान सीएम ने कहा कि हरेला पर्व प्रकृति संरक्षण का त्यौहार है एवं यह हमें प्रेरित करता है कि हम सब अधिक से अधिक पौधे का रोपण करें। विगत कई वर्षों से हरेला पर्व को प्रकृति संरक्षण के रूप में मनाते आये हैं। उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास है कि इस हरेला पर्व में जन जन की भागीदारी हो व आने वाली पीढ़ी भी इसमें भागीदार बने और इस बात की महत्वता को समझे कि पर्यावरण का हमारे जीवन में क्या महत्व है।
पौधे लगाने तक ही सीमित नहीं रहना है बल्कि पौधों के संरक्षण एंव संवर्धन पर भी ध्यान देना होगा। ताकि पौधे न सूखे। उन्होंने बताया कि वन विभाग व उद्यान विभाग आपस में समन्वय बना कर इस दिशा में सराहनीय कार्य कर रहे हैं। उन्होंने श्रावण मास में प्रारंभ होने पर सभी प्रदेश वाशियों को शुभकामनाएं दीं।उन्होंने कहा कि 2 वर्ष बाद इस वर्ष कावंर यात्रा प्रारंभ हो रही हैं। उन्होंने बताया कि इस वर्ष लगभग 5-6 करोड़ शिवभक्तों की देवभूमि उत्तराखंड में आने की सम्भावना हैं, जिसके लिए सरकार द्वारा सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है। उन्होंने कहा कि हम सभी शिवभक्तों का स्वागत करेंगे सभी शिवभक्तों का आगमन हमारे लिए बहुत ही शुभ है। उन्होंने सभी शिवभक्तों की सुखद यात्रा की प्रार्थना की।
राधा स्वामी सत्संग ब्यास पहुंचने पर सरस्वती विद्या मंदिर के विद्यार्थियों ने मुख्यमंत्री का गर्मजोशी से स्वागत किया और समूचा क्षेत्र बच्चों द्वारा लगाए गए देश भक्ति नारों से गूँज उठा। सीएम ने विद्यार्थियों के नज़दीक पहुँचकर उनका अभिवादन स्वीकार किया। इस दौरान प्रेम सिंह राणा, हरि सिंह, बलदेव सिंह, शीतल मेहरा, प्रवीण ढींगरा,भारत भूषण चुघ, संजीत सिंह, अनिल ग्रोवर हरि सिंह द्वारा मुख्यमंत्री जी को सत्संग की एक पुस्तक (सहज की सौगात) भेंट की।