रुद्रपुर। जनपद में हो रही वर्षा के दृष्टिगत डीएम युगल किशोर पंत ने आपदा कन्ट्रोल रूम पहुॅचकर आपदा कन्ट्रोल रूम का निरीक्षण किया और व्यवस्थाओं का जायज़ा लिया। रविवार की सुबह डीएम आपदा प्रबंधन कार्यलय पहुंचे। उन्होंने वहां की व्यवस्थाओं का जायजा लिया। जनपद के सभी जलाशयों, नदियों के के जल स्तर, जनपद के विभिन्न क्षेत्रों में हो रही वर्षा की सम्पूर्ण जानकारी ली। उन्होंने जलभराव होने वाले क्षेत्रों में सम्बन्धित अधिकारियों को तैनात रहने के निर्देश दिए। उन्होंने सभी उपजिलाधिकारी, सीओ व तहसीलदार को निर्देश दिए कि अपने-अपने क्षेत्रों में जनप्रतिनिधियों से वार्ता करें एवं समस्याओं का त्वरित निस्तारण करें। उन्होंने संबंधित अधिकारियों से जानकारी लेते हुए निर्देश दिये कि जलाशयों एवं नदियों का जल स्तर पर पैनी नज़र बनाए रखें। उन्होंने आपद प्रबन्धन अधिकारी तथा सिंचाई विभाग के अधिकारियों को पहाड़ों में हो रही वर्षा की भी जानकारी रखने को कहा। ताकि नदियों में पानी बढ़ने एवं घटने की सम्पूर्ण जानकारी पहले से ही उपलब्ध रहे। उन्होंने बाढ़ संभावित क्षेत्रों में रह रहे लोगों को समय से अलर्ट करने तथा उनके विस्थापन हेतु सभी विकल्प तैयार रखने के निर्देश दिये। उन्होंने पंचायतीराज, शहरी विकास, शिक्षा, सिंचाई तथा राजस्व विभाग के अधिकारियों को आपसी समन्वय स्थापित रखने के निर्देश दिये। डीएम ने शेर नाला, लेबड़ा तथा बेगुल नदी के साथ ही बोर जलाश्य के जल स्तर पर भी विशेष नज़र बनाए रखने के निर्देश दिये। डीएम ने निरीक्षण के दौरान आईआरएस (इंसीडेण्ट रेस्पोन्स सिस्टम) से जुड़े सभी अधिकारियों को हाई अलर्ट मोड पर रहने तथा किसी भी अधिकारी द्वारा बिना अनुमति मुख्यालय न छोड़ने के निर्देश दिये। अधिकारी एवं कर्मचारी अपने-अपने मोबाइल ऑन रखने के भी निर्देश दिये।उन्होंने कहा कि किसी भी आपदा/दुर्घटना की स्थिति में त्वरित स्थलीय कार्यवाही करते हुए सूचनाओं का तत्काल आदान-प्रदान किया जाये। थाना, चौकी,अग्निशमन एवं आपात सेवाए भी आपदा सम्बन्धी उपकरणों एवं वायरलेस सहित हाई अलर्ट में रहने के निर्देश दिये है। डीएम ने जनता से भी अपील करते हुए कहा कि किसी भी आपदा एवं अनहोनी की सूचना जिला आपातकालीन परिचालन केन्द्र के फोन नम्बरों 05944-250719, 250250 250823 टोल फ्री नं0-1077 पर तत्काल दें। जिला आपद प्रबन्धन अधिकारी ऊमा शंकर नेगी ने बताया कि जिले की सभी नदियों तथा जलाशयों का जल स्तर सामान्य है तथा कोई भी नदी खतरे के निशान के आस-पास नहीं बह रही है। इस दौरान एडीएम डॉ ललित नारायण मिश्र, एसडीएम प्रत्युष सिंह, कौस्तुभ मिश्रा, तहसीलदार नीतू डागर समेत अन्य अधिकारी मौजूद थे।