सितारगंज। मारपीट की घटना में घायल युवक की मौत के मामले को लेकर ग्रामीणों का गुस्सा थम नहीं रहा है। परिजन और ग्रामीण दोपहर तक शव का अंतिम संस्कार करने के लिए राजी नहीं हुए। रविवार शाम हंगामे के बाद सोमवार सुबह जब एसएसपी पीडि़त परिवार से मिलने पहुंचे तो वहां ग्रामीणों ने एसएसपी डा मंजुनाथ टिसी का घेराव करते हुए अपनी मांगें रखी। बता दें कि ग्राम हलदुआ निवासी अरुण पुत्र कृष्णपाल साथी अजय के साथ बाइक से जा रहा था। तभी बाइक गîक्के से असंतुलित होकर किसी व्यत्तिफ़ से टकरा गई। इस दौरान कुछ लोगों ने अरुण और अजय के साथ जमकर मारपीट की। रविवार को अरुण की अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हो गई। जिससे नाराज परिजन,ग्रामीण और हिंदू संगठनों से जुड़े लोग कोतवाली आ पहुंचे। उन्होंने अरुण के शव को सडक़ पर रखकर जाम लगा दिया था।गुस्साये लोग मारपीट करने वाले आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे थे। शाम को पुलिस अधिकारियों ने जैसे तैसे मामला शांत किया। मामला बढऩे की सूचना पर सोमवार एसएसपी सितारगंज पहुंचे और वह पीडि़त परिवार से मिलने हल्दुआ गांव उनके घर पहुंचे। इस दौरान ग्रामीणों ने विभिन्न मांगो को लेकर एसएसपी का घेराव किया। एसएसपी ने मृतक के पिता एवं परिजनों को ढांढस बंधाते हुये सांत्वना दी। बताया जाता है कि ग्रामीणों का आक्रोश बरकार था, उन्होंने एसएसपी से मृतक के परिजनों को मुआवजा, सिसैया, हल्दुआ रोड पर पुलिस चौकी एवं ग्रामीणों के साथ अभद्र व्यवहार करने के आरोपी कोतवाल को हटाने के साथ ही आरोपियों पर धारा 302 में मामला दर्ज कर कड़ी से कड़ी सजा दिये जाने की मांग की। एसएसपी ने ग्रामीणों की सभी मांगो को मानते हुये उन्हें पूर्ण आश्वस्त किया। वहीं एसएसपी मंजूनाथ टीसी ने मारपीट में घायल दूसरे युवक की सुरक्षा में पुलिस बल को तैनात कर दिया है। बताया जाता है कि मृतक अरुण के साथ उसका भाई अजय भी उसके साथ था। जो कि मारपीट की घटना में गंभीर घायल हुआ, जिसका उपचार नगर के एक निजी अस्पताल में चल रहा है। जिसकी सुरक्षा को लेकर ग्रामीणों में शंका थी। सितारगंज में कई थानों की फोर्स पहुंच गई। समाचार लिखे जाने तक शव का संस्कार नहीं हो सका था। एसएसपी भी मौके पर स्थित पर नजर रखे हुए हैं। सूत्रों के मुताबिक आरोपी विशेष समुदाय के हैं। ग्रामीणों को ने पुलिस पर आरोपियों को बचाने का भी आरोप लगाया।