हल्द्वानी/ देहरादून।– उत्तराखंड में पिछले 48 घंटे से मूसलाधार बारिश का दौर जारी है राज्य के कई जनपदों में लगातार बारिश होने से जनजीवन प्रभावित हो रहा है। फिलहाल अगले तीन-चार दिन अभी बारिश से राहत मिलने के आसार नहीं है। मौसम विभाग ने राज्य में आगामी 12 अक्टूबर तक मानसून एक्टिव रहने की संभावना जताते हुए अलर्ट जारी किया है। मौसम विज्ञान केंद्र देहरादून द्वारा जारी पूर्वानुमान के मुताबिक आज रविवार को राज्य के कुमाऊं मंडल के जनपदों और गढ़वाल मंडल के जनपदों में कहीं-कहीं भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना है जिसको लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इसके अलावा राज्य के जनपदों में कहीं-कहीं गरज चमक के साथ तीव्र बौछार की संभावना है जिसको लेकर येलो अलर्ट जारी किया गया है। वहीं भारत मौसम विज्ञान केंद्र द्वारा आज सुबह 6:00 बजे जारी तीन घंटे के तत्कालिक मौसम पूर्वानुमान के मुताबिक टिहरी ,रुद्रप्रयाग, चमोली ,पौड़ी ,उधम सिंह नगर ,नैनीताल, चंपावत ,पिथौरागढ़ ,बागेश्वर जनपदों में गरज चमक के साथ अगले 3 घंटे तेज बारिश की संभावना है।
उत्तराखंड में पिछले 48 घंटे से लगातार मूसलाधार बरसात जारी है जिस वजह से पर्वतीय इलाकों में भूस्खलन की वजह से बड़ी संख्या में रास्ते बंद हुए हैं नैनीताल जिले में भी बारिश का खासा असर देखने को मिला है पिछले 48 घंटे से हो रही बरसात की वजह से नैनीताल जिले में 6 राजमार्ग 2 मुख्य जिला मार्ग सहित 29 रास्ते बंद हैं जिस वजह से आवागमन प्रभावित हुआ है। मारू की बात किया जाए तो गर्जिया से बेतालघाट राजमार्ग संख्या 71 बंद है। इसके साथ ही काठगोदाम से सिमलिया बैंड तक राजमार्ग संख्या 103 बंद है। इसी तरह कुकरागाड़ से डालकन्या तक भवाली में राजमार्ग संख्या 104 बंद है। इसी प्रकार रामनगर बेतालघाट राजमार्ग संख्या 83 बंद है और भूस्खलन की वजह से रामनगर- भण्डापानी- ज़हना – रिची वाला राजमार्ग संख्या 71 भी बंद है। इसी तरह गर्जिया बेतालघाट उड़ा खान राजमार्ग संख्या 82 भी बंद है भूस्खलन से ही अमृतपुर बानना- बबियाड़ मुख्य जिला मार्ग भी बंद है तथा भुजान बेतालघाट मुख्य जिला मार्ग भी बंद है। तथा साथ ही 21 आंतरिक मार्ग भी भूस्खलन की वजह से बंद हैं।
नैनीताल जिले में पिछले 48 घंटे से लगातार मूसलाधार बरसात जारी है इस वजह से आम जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित हुआ है। पहाड़ी और मैदानी काश्तकारों के लिए भी बुरी खबर है कि फसलें चौपट हो गई हैं मैदान में जहां धान तथा अन्य फसलें लगातार बरसात से संकट में हैं तो वहीं पहाड़ी इलाकों की फसलों पर भी इस बरसात ने बुरा प्रभाव डाला है। अगर आंकड़ों की बात करें तो पिछले 24 घंटे में नैनीताल जिले में रिकॉर्ड तोड़ बारिश हुई है। जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की रिपोर्ट के अनुसार पिछले 24 घंटे में नैनीताल स्नोव्यू इलाके में 103 मिलीमीटर बारिश हुई है। जबकि हल्द्वानी काठगोदाम में 95 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई है। इसके साथ ही को कोस्या कुटोली में 122 मिलीमीटर बरसात रिकॉर्ड की गई है। तथा धारी में 75 मिलीमीटर बरसात हुई है, इसके साथ ही बेतालघाट में भी 84 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई है और कालाढूंगी में 59 मिलीमीटर बरसात हुई है। इसके अलावा रामनगर में सबसे कम 19 मिलीमीटर जबकि मुक्तेश्वर में भी रिकॉर्ड तोड़ 103 मिलीमीटर बरसात हुई है। इसके अलावा सड़कों की बात करें तो लगभग 27 सड़कें जिनमें आंतरिक मार्ग, राज्य मार्ग हैं वह बंद है जिन में भूस्खलन हुआ है और सरकारी मशीनरी यानी जेसीबी से इन सड़कों को खुलवाने का काम किया जा रहा है। वही नदियों में पानी डिस्चार्ज की बात करें तो गौला नदी में 4843 क्यूसेक पानी डिस्चार्ज किया गया है। जबकि कोसी बैराज से 6939 क्यूसेक पानी डिस्चार्ज किया गया है।