हल्द्वानी/लालकुआं/रुद्रपुर। ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन (आइसा) की ओर से शहीद भगत सिंह का जन्मदिन मनाया गया। इस मौके पर इंकलाब जिंदाबाद के नारे लगाते हुए उन्हें याद किया गया।
वक्ताओं ने शहीदे आजम भगत सिंह के विचारों पर चलते हुए देश में आमूल चूल परिवर्तन की लड़ाई के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलने का संकल्प लिया गया। आइसा के संयोजक धीरज कुमार ने कहा कि भेदभाव रहित, समानता पर आधारित समाज का भगत सिंह का सपना पूरा करना आज और भी जरूरी हो गया है. इसलिये पूंजीपतियों के मुनाफे के लिए नहीं बल्कि आम मजदूर, किसानों व मेहनत करने वालों के पक्ष में नीतियां बनाने की जरूरत है। आइसा नेता विकास सक्सेना ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकारों ने शिक्षा और रोजगार को अपनी जिम्मेदारी मानने से इंकार कर दिया है। नयी शिक्षा नीति पूरी तरह से शिक्षा को बड़े कॉरपोरट के हवाले करने की नीति के रूप में बनायी गयी है। रोजगार को संविदा, ठेके से होते हुए फिक्स टर्म एम्पलॉयमेंट और काम के बारह घंटे की ओर धकेला जा रहा है जो देश के नौजवानों के साथ बहुत बड़ा धोखा है। इस दौरान भाकपा (माले) के जिला सचिव कैलाश पांडेय ने कहा कि सरकारी रोजगार चौपट है और जब अंकिता जैसी होनहार लड़कियां अपने परिवार की जीविका के लिए काम कर रही हैं तो उन्हें काम नहीं करने दिया जा रहा है। इस दौरान अंकिता हत्याकांड में आरोपियों को कड़ी सजा दिये जाने, आरोपियों को राजनीतिक संरक्षण देने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने, महिला अपराधों पर रोक लगाने के लिए कारगर उपाय किये जाने, लापरवाह प्रशासनिक अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई किये जाने की मांग भी उठाई गई। इस मौके पर ललित मटियाली, शैली आर्य, ताहिर अली, संजना, मनोज जोशी, अस्मिता, विमला रौथाण, प्रभात पाल, कमल जोशी, हरीश भंडारी, विकास कश्यप, मोहित जोशी, दीपक, अर्जुन, हर्षित भंडारी, निर्मला शाही, वीरेंद्र कुमार, रवि कुमार, शंकर कुमार मौजूद थे।
उधर रुद्रपुर में शहीद भगत सिंह सेवा समिति ने अमर शहीद भगत सिंह की जयंती भगत सिंह चौक स्थित उनकी प्रतिमा स्थल पर मनाया गया। इस दौरान वहां मौजूद लोगों ने शहीद भगत सिंह की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हे नमन करते हुए उनके आदर्शों पर चलकर स्वयं को देश के प्रति समर्पित करने का संकल्प किया। साथ ही वहां पर मिठाई बांटकर व कैंडल जलाकर उनको याद किया गया। इस अवसर पर वरिष्ठ भाजपा नेता एवं समाजसेवी भारत भूषण चुघ ने कहा कि देश को आजादी दिलाने में शहीद भगत सिंह का योगदान कभी भी नहीं भुलाया जा सकता। भगत सिंह जी की वजह से आज हम इस देश में आजाद घूम रहे हैं । शहीद भगत सिंह ने देश की आजादी के लिए संघर्ष किया आज युवाओं को उनसे प्रेरणा लेकर समाज सेवा में आगे आकर समाज में व्याप्त बुराईयों तथा कुरीतियों को समाप्त करने के लिए कार्य होगा। इस दौरान अरुण चुघ, विराट कुमार आर्य, हरविंदर सिंह चुघ, मनप्रीत सिंह, राजा सनातनी, रजनीश बत्रा, जगजीत सिंह गोल्डी, संदीप नारंग, बलविंदर सिंह, तरुण कालरा, हरजीत सिंह, हरप्रीत सिंह, अनिल रावत, अलीम आदि थे।्र