हल्द्वानी। जिले भर में बारिश से जहां उमस भरी गर्मी से राहत मिली है वहीं जनजीवन अस्त-व्यस्त है। 24 घंटे के भीतर, कौश्याकुटौली, धारी व बेतालघाट को छोड़कर सभी इलाकों में बारिश हुई है। हल्द्वानी में सबसे अधिक 10 एमएम बारिश रिकार्ड की गई हैं। वहीं जिले भर में आधा दर्जन सड़कें बंद पड़ी हैं।
आपदा प्रबंधन से मिली जानकारी के अनुसार 24 घंटे के दौरान बुधवार सुबह नौ बजे तक नैनीताल में 3.2 एमएम बारिश रिकार्ड की गई। इसके साथ ही रामनगर में 1 एमएम, कालाढूंगी में 3 व मुक्तेश्वर में 4.8 एमएम बारिश रिकार्ड की गई। जिले में लोनिवि भवाली अस्थायी खंड का डालकन्या मोटर मार्ग, पीएमजीएसवाई के कौंता-ककोड़, छिड़ाखान-अमजड़, फतेहपुर-बसानी, बजून व महतौली-मजौली मार्ग बाधित हैं। ये सभी ग्रामीण क्षेत्रों को जोडऩे वाले मार्ग हैं, इन्हें खुलवाने को जेसीबी आदि से कार्य किया जा रहा है।
पर्वतीय व मैदानी क्षेत्रों में हो रही बारिश के बाद जिले की नदियों का जलस्तर भी बढ़ गया है। हालांकि गौला, कौसी व नंधौर खतरे के निशान तक नहीं पहुंची हैं। बुधवार को गौला का जलस्तर 690 क्यूसेक रिकार्ड किया गया है, यह मंगलवार को 309 क्यूसेक रहा था। बैराज से पेयजलापूर्ति सुचारु है। वहीं कौसी का 520 व नंधौर का जलस्तर 929 क्यूसेक रिकार्ड किया गया।
जिले में आज सुबह से ही इंद्र देवता बरसते नजर आए जिसके चलते शहर का जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया स्कूली छात्र छात्राओं और ऑफिस जाने वाले कर्मचारियों को बारिश में ही जाना पड़ा लगभग लगातार 4 घंटे मूसलाधार वर्षा पड़ती रही जिससे नैनी झील का जलस्तर भी धीरे बढ़ रहा है आज बुधवार को नैनी झील का जलस्तर 379 फिट है और बुधवार प्रात 8:00 बजे तक 3.20 एमएम वर्षा रिकॉर्ड की गई और 1 जनवरी 2022 से आज बुधवार सुबह 8:00 बजे तक 616. 70 एम एम वर्षा रिकॉर्ड की गई। नैनी झील का जलस्तर अभी भी अपने पूरे स्वरूप में आने के लिए लगभग 8 फीट कम है। खबर लिखे जाने तक भी रिमझिम वर्षा का पढऩा जारी था और नैनी झील सहित पहाडिय़ों को कोहरे ने अपनी आगोश में ले रखा था।
हमेशा पर्यटकों से गुलजार रहने वाली नैनी झील वर्षा के चलते शांत और खाली थी। वर्षा के चलते तापमान में भी गिरावट आई है और ठंड का एहसास होने लगा है। कोहरे के चलते विजिबिलिटी कम होने के कारण वाहन हेड लाइट जला कर चल रहे थे। और नैनीताल में मौजूद पर्यटक रंग-बिरंगे छात्रों मैं नैनी झील के आसपास मौज मस्ती करते नजर आए।