हल्द्वानी। उत्तराखंड क्रांति दल द्वारा विश्वविद्यालय पंतनगर के कुलसचिव की तुरंत सेवा समाप्त करने के लिए आज सिटी मजिस्ट्रेट के माध्यम से राज्यपाल उत्तराखंड को एक पत्र भेजा गया। पत्र के माध्यम से कहा गया कि छात्रों के एक प्रेशर समारोह में परिचय के समय जब छात्रों ने अपना परिचय मूल निवासी के रूप में दिया उस पर कुलसचिव /पूर्व कार्यवाहक कुलपति डॉक्टर ए के शुक्ला द्वारा आपत्ति जताते हुए छात्रों को मूलनिवासी नहीं कहने की चेतावनी दी। इस तरह की यदि इस प्रकार का व्यवहार उच्च शिक्षित प्रतिष्ठित पदों पर बैठे अधिकारियों द्वारा इस तरह का व्यवहार किया जाएगा तो निश्चित रूप से यह संस्थान आगे नहीं बढ़ सकता।
यही कारण है विश्वविद्यालयों का इन दिनों शिक्षा का स्तर गिर रहा है जब इस प्रकार की मानसिकता के विशाल उच्च पदों पर उच्च शिक्षक होंगे तो निश्चित रूप से विश्वविद्यालय को नुकसान ही होगा। क्षेत्र के विद्वान जनों बुद्धिजीवी जनप्रतिनिधि छात्रों एवं आम जनता में कुलसचिव के ऐसे व्यवहार को देखते हुए बहुत बड़ा असंतोष है। इसको लेकर उत्तराखंड क्रांति दल ने मांग की है की कुलसचिव की तुरंत सेवा समाप्त की जाए। अन्यथा दल को मजबूर विश्वविद्यालय में आंदोलन करना पड़ेगा। पत्र सौपने वालों में यूकेडी के केंद्रीय महामंत्री सुशील उनियाल, एडवोकेट प्रकाश जोशी,देवेश सेन,हर्ष तिवारी, रविंद्र रावत,सुनील राणा, मंगल भंडारी, मनीष बिष्ट, कर्तव्य पाठक शामिल रहे।