नैनीताल। वर्ष 1880 में आल्मा पहाड़ी की आपदा में मारे गए लोगों रविवार ऑल सेंट्स कॉलेज की प्रधानाचार्य निरंजन माया के नेतृत्व में स्कूल की छात्राओं और कर्मचारियों द्वारा सेंट जॉन्स गिरजाघर में प्रार्थना कर श्रद्धांजलि दी गई। श्रद्धांजलि में स्कूली बच्चे व नगर के कई लोग शामिल हुए। इस मौके पर विशेष प्रार्थना सभा आयोजित की गई। जिसमें सभी ने अ_ारह सौ अस्सी में आई आपदा में मारे गए लोगों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की और श्रद्धांजलि दी। बता दे
1880 में यह दर्दनाक हादसा आज ही के दिन हुआ था। नगर की ऊंची चोटी पर स्थित आल्मा की पहाड़ी खिसककर जमीदोज हो गई। जिसमें अंग्रेजों समेत कई भारतीय नागरिकों को अपनी जान गवानी पड़ी थी। इधर रविवार देर शाम चर्च में मारे गए 151 लोगों को भावभीनी श्रद्धांजलि दी मोमबत्तियां जलाई गई और मार्मिक गीत प्रस्तुत किए गए। इस तरह की घटना फिर कभी ना हो, इसके लिए विशेष प्रार्थना सभा की गई। पादरी मैक वाल्स ने कहा कि पर्वतीय क्षेत्रों में आपदा आती रहती हैं। प्रधानाचार्य किरन जरमाया ने कहा कि हम पर्यावरण को जितना सुरक्षित रखेंगे, आपदाएं उतनी ही कम होंगी। उन्होंने ईश्वर से दुआऐं पढी व देश, राज्य व नगर मैं खुशहाली की प्रार्थना की। इस अवसर पर सेंट जोजफ़ कालेज के प्रधानाचार्य ब्रदर हेक्टर पिंटो, सिस्टर मंजूषा, ए इमेन्युअल, पीटर इमेन्यूअल, बिशप्स शाह स्कूल की नीलम दानी, वीना मेसी, समेत आल सैंटस कॉलेज, सेंट जोजफ़ कालेज, सेंट मैरी कॉलेज, सनवाल स्कूल, वुड ब्रिज आदि स्कूलों के छात्र-छात्राएं मौजूद थे। डॉक्टर पीटर इमेन्युअल सभी लोगों का आभार व्यक्त किया।