हल्द्वानी। राजकीय ठेकेदारों ने खनन नियमावली से रॉयल्टी जोडऩे के विरोध में अब आरपार की लड़ाई का ऐलान कर दिया है। अल्मोड़ा में हुए महासम्मेलन में निर्माण कार्यांे का पूर्ण रूप से बहिष्कार करने का निर्णय लिया गया है।
अल्मोड़ा के शक्ति सदन में शुक्रवार को कुमाऊं भर के ठेकेदारों का महासम्मेलन आयोजित किया गया। इस दौरान ठेकेदारों का कहना था कि अवैध खनन नियमावली से रॉयल्टी जोडऩे के विरोध में वे लंबे समय से आंदोलित हैं लेकिन शासन स्तर पर उनकी मांग को नजरअंदाज किया जा रहा है। महासम्मेलन में सरकारी निर्माण कार्यांे का पूर्ण रूप से बहिष्कार करने का ऐलान किया गया। साथ ही आंदोलन को उग्र करने पर बल दिया गया। ठेकेदारों ने चेताया कि यदि जल्द ही उनकी मांग पूरी न हुई तो आमरण अनशन किया जाएगा। महासम्मेलन में ठेकेदारों ने आरपार की लड़ाई का ऐलान भी किया। गौरतलब है कि हल्द्वानी में ठेकेदारों ने अपनी मांग पर दबाव बनाने के लिए नगर निगम के 40 लाख व सिंचाई विभाग के 50 लाख के टेंडर फार्म बिक्री का भी पुरजोर विरोध किया था। महासम्मेलन में कांट्रेक्टर वेलफेयर सोसायटी हल्द्वानी के साथ ही रानीखेत रामनगर, रुद्रपुर, बाजपुर, काशीपुर, अल्मोड़ा आदि क्षेत्रों के ठेकेदारों ने प्रतिभाग किया।