हल्द्वानी। महिला की बीमारी के चलते निधन हो गया। अब उसके शव पर पूर्व पति का पुत्र व अन्य लोग अधिकार जमा रहे है। जबकि पुत्र का कहना है कि ये उसकी मां है और उसके जरिये ही अंतिम संस्कार होना चाहिए। इस बात को लेकर दोनों पक्ष भिड़ गए। हालांकि पुलिस महिला के दूसरे पति को शव सौंपने की बात कह रही है। जानकारी के अनुसार काठगोदाम स्थित मायके में रह रही 59 वर्षीय पूनम अल्का सिंह का बीते दिवस निधन हो गया। बताया जाता है कि वह लंबे समय से बीमार चल रही थी। महिला के दो विवाह बताये जा रहे हैं। बताया यह भी जा रहा है कि महिला के पहले पति की विवाह के तीन माह बाद ही मौत हो गई थी। उसके भी दो विवाह बताये गए हैं। इसके बाद उसने राजू डेनियल नामक व्यक्ति से दूसरा विवाह कर लिया था। जो पंजाब में कार्यरत है। यहां पदमा देवी नामक महिला पूनम की देखरेख कर रही थी। पुलिस ने मृतका के शव का पंचनामा भर उसे पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। इधर महिला की मौत के बाद उसके शव पर अधिकार जमाने को लेकर हंगामा हो गया। मामला मृतका की प्रोपर्टी से जोडक़र देखा जा रहा है। मृतका की जेठानी निर्मला उर्फ निम्मू शव का अंतिम संस्कार करने की बात कहने लगी।
इस बीच मृतका के पूर्व पति की दूसरी पत्नी का पुत्र सन्नी भी मोर्चरी पहुंच गया और वह खुद को मृतका का पुत्र बताने लगा। उसका कहना था कि वह करीब 7-8 माह से पूनम (कथित मां) की देखरेख कर रहा था। इस संबंध में जब पुलिस ने पदमा देवी से जानकारी जुटाई तो उसने इसे नकार दिया। उसका कहना था कि वह स्वयं ही नमिता की देखरेख करती चली आई है। इस बीच आवास विकास से सिख समुदाय के लोग भी बड़ी संख्या में मोर्चरी पहुंच गये और वह मृतका का अंतिम संस्कार अपनी रीति-रिवाज के तहत करने की बात कहने लगे। इसे लेकर मोर्चरी में काफी देर तक हंगामा चलता रहा। इसकी सूचना पर कोतवाल हरेंद्र चौधरी मोर्चरी पहुंचे। उन्होंने दोनों पक्षों से वार्ता की। कोतवाल ने बताया कि महिला की मौत की सूचना उसके पति को दे दी गई है। चूंकि महिला का दूसरा पति जीवित है, लिहाजा शव पर उसी का ही अधिकार बनता है। साथ ही उन्होंने दोनों पक्षों से अन्य मामलों को लेकर कोर्ट में जाने की बात कही। इसके बाद मामला शांत हो पाया।
इधर पुत्र सन्नी का कहना है कि मेरी मां की मौत 8 नवम्बर को ही हो गई थी। जब मौत की सूचना मिली तो शव लेने घर पहुंचा। इस पर केयर टेकर महिला पदमा ने खुद अंतिम संस्कार की बात कही। जबकि सन्नी का कहना है कि उसने ही मां की सेवा के लिए पदमा को रखा था। जो कि 8-10 साल थी और 9 हजार की सैलरी व इलाज के लिए पैसे भी मैं देता था। आरोप है कि कुछ लोगों ने जहर देकर मां की हत्या की है।