हल्द्वानी। रोडवेज कर्मियों ने 13 सूत्रीय मांगों को लेकर आंदोलन का बिगुल फूंक दिया है। कुमाऊं भर के डिपो के कर्मचारी रोडवेज कर्मचारी संयुक्त मोर्चा के बैनर तले हल्द्वानी में एकत्र हुए। इसके चलते मंगलवार को दिन भर कुमाऊं रीजन में बसों का संचालन ठप रहा। कुमाऊं के अल्मोड़ा, काशीपुर, रामनगर, हल्द्वानी, काठगोदाम, भवाली, रानीखेत, अल्मोड़ा डिपो के कर्मचारी आज शहर के बस स्टेशन में जुुटे। इस दौरान मांगों के निराकरण के लिए 31 जनवरी से कार्य बहिष्कार कर बस संचालन ठप करने की रणनीति तैयार की गई। आंदोलन के मद्देनजर मोर्चा के पदाधिकारी देहरादून से भी यहां पहुंचे थे। इस दौरान हुई सभा में वक्ताओं ने कहा कि निगम प्रबंधन ने बीते सितंबर माह में निगम व कर्मचारी हितों में किए जाने वाले कर्मचारी संगठनों के क्रियाकलापों पर एस्मा लगवा दिया था। वहीं निगम प्रबंधन कर्मचारी हित को दरकिनार कर रॉयल्टी के आधार पर राष्टï्रीयकृत मार्गों को निजी हाथ में सौंपने की तैयारी में जुटा है। मानक से अधिक बसों को बेड़े में शामिल किया जा रहा है। अनुबंधित बसों में चालक-परिचालक प्राइवेट ऑपरेटर से रखने की तैयारी की जा रही है। ऐसे तमाम ऐसे निर्णय लिये जा रहे हैं जो कर्मचारी हित में नहीं। इस दौरान प्रांतीय संयोजक अशोक चौधरी, कमल पपनै, आन सिंह जीना, रघुवीर चौधरी, प्रेम सिंह रावत, दिनेश पंत, रविनंदन कुमार, विपिन चौधरी, जितेंद्र कुमार, किशन राम, भूपेंद्र अधिकारी, जगदीश कांडपाल, मुकेश वर्मा, मो.कातिल अख्तर, एलडी पालीवाल, रामचंद्र, भगवान दास, नंद सिंह, केदार जोशी, बालेस कुमार, राकेश कुमार, हंसा जोशी ,राजेश यादव, सतीश लाल, धर्मेंद्र यादव, श्याम सिंह साही, मनोज मनराल, मनोज भट्ट, अनिल कुमार, कौशल किशोर जोशी समेत विभिन्न संगठनों से जुड़े कर्मचारी मौजूद थे।
रोडवेज कर्मियों की मांगें
संविदा, विशेष श्रेणी चालक-परिचालक, तकनीकी कर्मियों को नियमित किये जाने, निगम की बसों का बेड़ा 2000 किये जाने, रॉयल्टी योजना के तहत चल रही बसों के संचालन पर रोक लगाने, अन्य विभागों की तर्ज पर मृतक आश्रितों को नियुक्ति दिये जाने, निगम की परिसंपत्तियों के संरक्षण के संबंध में आईएसबीटी देहरादून का स्वामित्व परिवहन निगम को दिये जाने, सरकार की घोषणा के अनुसार नये बस डिपो खोलने, चारधाम यात्रा में परिवहन निगम की बसें लगाने जैसी 13 मांगें शामिल हैं।
हल्द्वानी डिपो की मात्र एक बस गई फर्राखाबाद
हल्द्वानी डिपो की मात्र एक बस आज सुबह फर्राखाबाद भेजी गई। इसके बाद दोपहर तक बस संचालन पूरी तरह ठप रहा। काठगोदाम डिपो की भी गिनीचुनी बसें ही जा पाई। केवल जो बीते दिन गई थी वे ही बसें वापस लौटी। संचालन ठप होने से यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा। वहीं पर्वतीय मार्गांे पर टैक्सी चालकों ने इसका फायदा उठाया।