हल्द्वानी। अपराधिक घटनाओं से शहर दहल उठा है। एक के बाद एक वारदातों से दहशत से बनी हुई है। बदमाश कब और कहां कौन सी वारदात को अंजाम दे दें, इसका पता किसी को भी नहीं चल रहा है। लकीर की फकीर बनी पुलिस भी हाथ पर हाथ धरे बैठे हुए है। पुलिस की नाकामी साफ तौर पर उजागर हो रही है। ऐसे में अब पुलिस ने नया फंडा अपना लिया है। इसके लिए ठोको स्क्वॉयड गठित कर काम पर लगाया गया है। डीआईजी डॉ. नीलेश आनन्द भरणे ने अपराध नियंत्रण में नाकामी को स्वीकारा है। उनका कहना है कि अपराधिक वारदातें बढ़ी हैं और वाकई अपराध नियंत्रण नहीं हो पा रहा है। ऐसे में उन्होंने पूरे कुमाऊं मंडल से पुलिस फोर्स बुलाकर ठोको स्क्वॉयड गठित कर काम पर लगाया है। जो हल्द्वानी, रूद्रपुर व काशीपुर में अभियान चलाकर अपराधिक तत्वों पर कार्रवाई करेगी। पुलिस पार्कों में अराजकता फैलाने, सार्वजनिक स्थानों पर शराब पीने के साथ ही वाहनों में काले शीशे लगाने, दुपहिया वाहनों में तीन सवारी बैठाने पर कार्रवाई के अलावा अन्य संदिग्ध गतिविधियों पर अंकुश लगाएगी। दो दिन के ट्रायल में सफलता मिलने पर यह अभियान आठ दिन तक चलाया जाएगा।
कुमाऊं ज्वैलर्स के स्वामी के बेटे पर फायर झोंकने वाले अपराधियों से ऊधमसिंह नगर पुलिस की रूद्रपुर में हुई मुठभेड़ ने भी नैनीताल पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान खड़े कर दिए हैं। घटना के बाद नैनीताल पुलिस दावा कर रही थी कि बदमाशों का पीछा किया गया। लेकिन ऐसे में सफलता ऊधमसिंह नगर पुलिस के हाथ लगी। इस घटना में ऊधमसिंह नगर और नैनीताल जिला पुलिस में सांमजस्य की कमी भी देखने को मिली। हालांकि इस मामले में रुद्रपुर पुलिस ने दो बदमाशों को गिरफ्तार किया। लेकिन सवाल यह उठता है कि नैनीताल पुलिस की ओर से बदमाशों के ऊधमसिंह नगर की ओर भागने की जानकारी किसने लीक की।
चौबीस घंटे में हत्यारे होंगे सलाखों के पीछे
डीआईजी डॉ. नीलेश आनन्द भरणे का कहना है कि ममता बिष्ट हत्याकांड का भी जल्द खुलासा कर दिया जाएगा। ब्लॉक ऑफिस के समीप कालिका कॉलोनी में रहने वाली ममता बिष्ट की बदमाशों ने गुरूवार को दिनदहाड़े घर में घुसकर हत्या कर दी। लेकिन पुलिस के हाथ अभी तक इस मामले में खाली ही हैं। हालांकि पुलिस शक के आधार पर आधा दर्जन से अधिक संदिग्धों से पूछताछ कर रही है। डीआईजी का दावा है कि इस हत्याकांड का 24 घंटे में खुलासा कर दिया जाएगा।