हल्द्वानी। गौला खनन मजदूर संघर्ष समिति से जुड़े वाहन स्वामियों ने शीशमहल गेट पर प्रदर्शन कर परिवहन विभाग व वन निगम का पुतला फूंका। उनका कहना था कि गौला से जुड़े वाहन स्वामियों पर नये नियम थोपकर उत्पीडऩ किया जा रहा है।
समिति के अध्यक्ष राजेंद्र सिंह बिष्टï के नेतृत्व में बुधवार को तमाम कारोबारी शीशमहल खनन गेट पहुंचे और प्रदर्शन किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि सरकार खनन कारोबारियों की सुनवाई नहीं कर रही है। वन निगम उनकी मांगों को सरकार तक नहीं पहुंचा पा रहा है, वहीं परिवहन विभाग नये-नये नियम लागू कर उनका उत्पीडऩ कर रहा है। ग्रीन टैक्स के नाम पर फिटनेस फीस बढ़ाई गई और जीपीआरएस के नाम पर खनन कारोबारियों की जेब ढीली की जा रही है। खनन वाहन रोजाना दो से चार किलोमीटर तक ही चल पाते हैं, ऐसे में टैक्स बढ़ाना सरासर गलत है। खनन कारोबारी लंबे समय से अपनी मांगों को लेकर आंदोलित है लेकिन सरकार उनकी कोई सुनवाई नहीं कर रही है। उनका कहना था कि गौला में नियमानुसार खनन होता है लेकिन बाजपुर, रामनगर व काशीपुर से अवैध उपखनिज हल्द्वानी पहुंचाया जा रहा है। इस पर न तो प्रशासन और न ही शासन की नजर है। इससे गौला खनन कारोबारियों को भी नुकसान उठाना पड़ रहा है। पुतला फूंकने वालों में राजकुमार यादव, योगेंद्र बिष्ट, करण मेहरा, हरीश भंडारी, हेम दुर्गापाल, रमेश जोशी, विजय बिष्ट, दिगंबर सिंह रावत, प्रवीन दानू, इंदर सिंह नयाल, कैलाश, गणेश मेलकानी आदि शामिल थे।