हल्द्वानी। गौला खनन मजदूर संघर्ष समिति से जुड़े कारोबारियों ने शीशमहल गेट में सरकार की बुद्धिशुद्धि को हवन किया। इस दौरान उन्होंने चेताया कि यदि उनकी मांगों का निराकरण किये बगैर शीशमहल गेट खोला गया तो खनन कारोबारी सडक़ पर उतर धरना-प्रदर्शन को बाध्य होंगे। समिति के अध्यक्ष राजेंद्र सिंह बिष्ट ने कहा कि खनन कारोबारी एक प्रदेश एक रॉयल्टी जैसी मांगों को लेकर लंबे समय से आंदोलित हैं लेकिन सरकार उनकी अनदेखी कर रही है। गौला में खनन प्रारंभ न होने से हजारों की रोजी-रोटी पर संकट खड़ा हो गया है। वहीं सरकार अवैध खनन को बढ़ावा देने के लिए समतलीकरण को ठेके दे रही है। सरकार को सद्बुद्धि आए इसके लिए खनन कारोबारियों ने सोमवार को शीशमहल गेट पर हवन किया। हवन करने वालों में धर्मेंद्र सिंह मेहरा, मोहन तिवारी, उमेश पंडित, उमेश तिवारी, अजय सुयाल, रोहित शाह, योगेंद्र, हरीश भंडारी, हरीश भगत, राजेश आदि शामिल थे। गौरतलब है कि प्रदेश में एक समान रायल्टी न होने के कारण गौला खनन से जुड़े कारोबारियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। रामनगर, बाजपुर में रायल्टी कम होने के कारण वहां से उपखनिज यहां लाया जा रहा है। इस ओर न तो शासन और न ही प्रशासन देख रहा है। इससे गौला खनन कारोबारियों को नुकसान उठाना पड़ रहा है।