हल्द्वानी। वर्ष 2002 के गुजरात दंगों में एक गर्भवती महिला बिलकिस बानो के बलात्कारी और सात लोगों के जघन्य हत्याकांड के 11 खूंखार अपराधियों को गुजरात सरकार द्वारा खुला व आजाद छोड़ें जाने के विरोध में प्रगतिशील महिला एकता केंद्र परिवर्तनकामिन छात्र संगठन क्रांतिकारी लोक अधिकार संगठन द्वारा एक ज्ञापन राष्ट्रपति महोदय को प्रेषित किया गया ज्ञापन हल्द्वानी के सिटी मजिस्ट्रेट के माध्यम से दिया गया। 2002 के गुजरात दंगों में बिलकिस बानो जो कि 5 माह से गर्भवती थी के साथ सामूहिक बलात्कार किया गया। उसके मासूम बच्चों को उसके सामने पटक-पटक कर मार दिया गया। और परिवार के सदस्यों को उसके सामने मार दिया गया। जिसके विरोध में बिलकिस बानो द्वारा लंबा संघर्ष किया गया जिसके बाद अपराधियों को सजा मिली लेकिन गुजरात सरकार द्वारा उन अपराधियों को रिहा कर दिया गया। आजादी के अमृत महोत्सव के दिन प्रधानमंत्री जी लाल किले के प्राचीर से महिलाओं के सम्मान की बात कर रही थे। उसी दिन उसकी पार्टी के लोगों द्वारा अपराधियों पर फूल मालाएं चढ़ाई जा रही थी मिठाइयां खिलाई जा रही थी जैसे कि वह देश का सम्मान बढ़ा कर आए हो।
प्रगतिशील महिला केन्द्र का साफ मानना है कि अगर इस तरह के अपराधी देश में खुलेआम घूमेंगे तो उनके हौसले और बुलंद होंगे जिससे महिला हिंसा व अपराधों का ग्राफ जो पहले से ही तेज है वह और बढ़ जाएगा परिवर्तन संगठन के साथी महेश ने कहा कि एक तरफ देश में पहले ही महिलाओं के साथ अपराध बढ़ रहे हैं वही दूसरी तरफ सरकार द्वारा ऐसे अपराधियों को खुलेआम छोडऩे का काम किया जा रहा है। ज्ञापन देने में प्रगतिशील महिला एकता केन्द्र, क्रांतिकारी लोक अधिकार संगठन से रजनी, महेश, टी0 आर0 पांडे, मोहन नशीम, रियासत, वशिद आदि शामिल हुए।