हल्द्वानी। सर्राफा कारोबारी पर फायरिंग के मुख्य ईनामी अभियुक्त को एसओजी व पुलिस टीम ने गिरफ्तार कर लिया है। उसे कार्रवाई के बाद न्यायालय में पेश किया गया है। बता दें कि बीती 2 नवम्बर को सर्राफा कारोबारी राजीव वर्मा पुत्र राम शरन निवासी हीरानगर पर बाइक सवार बदमाशों ने उसे समय फायर झोंक दिया था, जब वह दुकान बंद कर घर पहुंचे थे। इस मामले में पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर बदमाशों की तलाश शुरू कर दी।
इस बीच ऊधमसिंह नगर पुलिस ने आरोपी गुरदीप सिंह पुत्र दलजीत सिंह निवासी बेरिया दौलत, केलाखेड़ा व देवेन्द्र सिंह उर्फ गिन्दी निवासी डलपुरा, गदरपुर को गिरफ्तार कर लिया था। जबकि मुख्य आरोपी मनोज अधिकारी पुत्र दिनेश अधिकारी निवासी गौजाजाली हल्द्वानी पुलिस को चकमा देकर मौके से फरार हो गया था। उस पर नैनीताल पुलिस ने ईनाम भी घोषित किया। इस बीच पुलिस ने उसे बेलबाबा के पास से गिरफ्तार किया है। मामले का खुलासा करते हुए एसपी क्राइम डॉ. जगदीश चन्द्र ने बताया कि पूछताछ अभियुक्त ने बताया कि उसकी राजीव वर्मा व पंकज वर्मा के साथ पुरानी रंजिश रही है। पूर्व में दोनों उसके साथ मारपीट कर चुके थे। नौकरी जाने व नुकसान की भरपाई के लिए उसने राजीव से पैसों की डिमांड की। साथ ही उस पर पैसे देने का दबाव बनाने के उद्देश्य से फायर झोंक दिया। पुलिस ने उसके कब्जे से घटना में प्रयुक्त तमंचा भी बरामद कर लिया है। आरोपी ने यह भी बताया कि उसकी अन्य आरोपियों के साथ जेल में बंद रहने के दौरान जान पहचान हुई। इसी के चलते उसने इन्हें भी अपने साथ वारदात में शामिल कर लिया। इस मामले में एक अभियुक्त रमन कपूर उर्फ जिम्मी पुत्र कुलदीप कुमार निवासी सैथवाला गूलरभोज अभी भी फरार है। पुलिस उसकी धरपकड़ के प्रयास कर रही है। खुलासे में एसपीसिटी हरबंस सिंह, सीओ भूपेंद्र सिंह धौनी भी मौजूद रहे। जबकि सफलता प्राप्त करने वाली टीम में कोतवाल हरेन्द्र चौधरी, एसओ कालाढूंगी नन्दन सिंह रावत, बनभूलपुरा नीरज भाकुनी, एसओजी प्रभारी राजवीर सिंह नेगी, एसआई जगदीप सिंह नेगी, संजीत राठौड़, प्रवीण कुमार, कांस्टेबल शेखर मल्होत्रा, कुन्दन कठायत, भानू प्रताप, त्रिलोक रौतेला, अनिल गिरी, अशोक रावत, दिनेश नगरकोटी, प्रदीप सिंह, परवेज अली शामिल रहे।
दर्ज हुए मुकदमे से निपटने को मांग रहा था रंगदारी
एसपी क्राइम डॉ. जगदीश चन्द्र ने बताया कि आरोपी ने पूछताछ में बताया कि वह पूर्व में दर्ज हुए मुकदमे को निपटने व उसकी भरपाई के ऐवज में राजीव से 15 लाख की रंगदारी की मांग कर रहा था। उस पर मुकदमा दर्ज होने के बाद जेल जाने के चलते उसे काफी नुकसान हुआ था। वह इसकी भरपाई का दबाव राजीव पर बना रहा था। पकड़ा गया आरोपी ने बताया कि उसका किसी भी गेम से कोई लेना देना नहीं है।