हल्द्वानी। नगर निगम बोर्ड की हंगामेदार बैठक में दो हजार करोड़ से होने वाले विकास कार्यों समेत सात प्रस्ताव रखे गए। इस दौरान पार्षदों ने पेयजल, सीवरेज के कार्यों में वार्ड की अनदेखी का आरोप लगाते हुए विरोध भी जताया।
नगर निगम के सभागार में मंगलवार को मेयर जोगेंद्र रौतेला की अध्यक्षता में बोर्ड बैठक आयोजित की गई। बैठक में सबसे पहले प्रधानमंत्री मोदी की ओर से हल्द्वानी के विकास को स्वीकृत किये गये दो हजार करोड़ रुपये से प्रस्तावित कार्यांे की डीपीआर पर चर्चा की गई। इस क्रम में विशेषज्ञों ने प्रोजेक्टर के माध्यम से विकास कार्यों की जानकारी दी। उन्होंने वार्डवार होने वाले सीवरेज, पेयजल आदि के कार्यों के बारे में विस्तार से बताया। दोपहर डेढ़ बजे तक हंगामे के बीच इसी प्रस्ताव पर चर्चा होती रही। इसके अलावा बरसात के मौसम में रोगों की रोकथाम, नालों की सफाई आदि से जुड़े प्रस्ताव पर चर्चा की गई। बैठक में निगम अंतर्गत चौराहों के सौंदर्यीकरण, शासन से रोजाना के हिसाब से तय सफाई कर्मियों को 500 रुपये मानदेय दिये जाने, तीन हजार पौधे लगाने, मेकेनाइज्ड रोड स्वीपिंग मशीन क्रय करने, नगर निगम क्षेत्र में सिटी फारेस्ट निर्माण वाले प्रस्ताव पर भी चर्चा हुई। बैठक में नगर आयुक्त पंकज उपाध्याय, सहायक नगर आयुक्त गौरव भसीन, वरिष्ठ नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.मनोज कांडपाल, सफाई निरीक्षक अमोल असवाल व चतर सिंह, लेखाकार गणेश भट्ट, जेई केवी उपाध्याय, श्याम खत्री समेत पार्षद मनोज जोशी, मधुकर श्रोत्रिय, नेता प्रतिपक्ष रवि जोशी, राजेंद्र जीना, तन्मय रावत समेत जल निगम व संस्थान समेत विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद थे।
हंगामा होने पर मीडिया को दिखाया बाहर का रास्ता
हल्द्वानी। बोर्ड बैठक में वार्ड-59 तल्ली हल्द्वानी के पार्षद गुड्डू वारसी ने सीवरेज योजना में वार्ड की अनदेखी का आरोप लगाया। इस बीच अन्य पार्षदों ने भी उनका साथ दिया। उनका कहना था कि जहां सीवर लाइन नहीं बिछी है, वहां पहले लाइन बिछाई जाए। इसे लेकर वहां हंगामा खड़ा हो गया। निगम अधिकारियों ने पार्षदों को समझाने का प्रयास किया लेकिन वे शांत नहीं हुए। तभी बैठक में मौजूद मीडिया कर्मियों को भी बाहर कर दिया गया। इसी बीच पार्षद रवि जोशी भी बाहर आ गए। स्थिति यह हो गई कि निगम प्रशासन को सभागार के दरवाजे पर बाहर से ताला लगवाना पड़ा।
मेयर से सवाल करने पर आपत्ति जताई तो हुआ हंगामा
हल्द्वानी। नगर निगम बोर्ड बैठक में पार्षदों के मेयर से सवाल किये जाने पर हो हल्ला हो गया। बताया कि बैठक में मौजूद भाजपा समर्थित एक पार्षद ने मेयर से लगातार सवाल करने पर आपत्ति की और अफसरों से जानकारी लेने को कहा। इसे लेकर भी वहां हंगामा खड़ा हो गया। पार्षदों का कहना था कि मेयर सदन का अध्यक्ष होता है, ऐसे में सवाल उनसे ही किया जाएगा।
पार्षद ने पेयजल को दिया धरना
हल्द्वानी। निगम के नेता प्रतिपक्ष रवि जोशी ने निगम प्रशासन पर विकास कार्यांे में मनमानी करने का आरोप लगाया। रवि बैठक में हंगामा होने पर बाहर आ गए। उनका कहना था कि दो-चार लोगों की मौजूदगी में ही निगम क्षेत्र के कार्यांे की रूपरेखा तय की जा रही है। हालांकि बाद में वह बैठक में प्रतिभाग करने चले गए। इस बीच गांधीनगर के पार्षद रोहित कुमार ने बैठक के दौरान सभागार के बाहर आकर दरवाजे पर धरना दिया। उनका कहना था कि उनके वार्ड में पेयजल की समस्या बनी है लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही। उन्होंने जल संस्थान के अफसरों पर अनदेखी का आरोप लगाते हुए निगम प्रशासन के खिलाफ भी नारेबाजी की।