हल्द्वानी। रोडवेज बस चालक से चालान की वसूली की गई तो आंदोलन किया जाएगा। बस का परमिट, इंश्योरेंस, पाल्यूशन प्रमाण पत्र न होना रोडवेज प्रबंधन की गलती है।
गौरतलब है कि पिछले दिनों चंडीगढ़ में परिवहन विभाग की टीम ने उत्तराखंड रोडवेज की बस का 25 हजार का चालान कर दिया था। यह चालान बस का परमिट, पाल्यूशन प्रमाण पत्र, चालक की वर्दी, ड्राइविंग लाइसेंस व नेम प्लेट न होने पर काटा गया है। यह बस काठगोदाम डिपो की है। इधर रोडवेज के जीएम के चालक से चालान की राशि वसूलने का फरमान जारी किये जाने के बाद चालक-परिचालक भड़क गये हैं। रोडवेज कर्मचारी संयुक्त परिषद के क्षेत्रीय अध्यक्ष जगदीश कांडपाल ने कहा कि चालक से जुर्माना राशि वसूलना सरासर गलत है। चूंकि बस का परमिट, पाल्यूशन न होना रोडवेज प्रबंधन की गलती को दर्शाता है। चालक की सिर्फ यह गलती है कि उसने वर्दी नहीं पहनी थी और नेमप्लेट नहीं लगाई थी। उन्होंने कहा कि जब डिपो से बस चंडीगढ़ भेजी जा रही थी तब उसके कागजातों की जांच की जानी चाहिए थी। इसके लिए स्थानीय रोडवेज प्रबंधन भी जिम्मेदार है, केवल चालक के खिलाफ ही कार्रवाई न्याय संगत नहीं। उन्होंने चेताया कि यदि चालक से जुर्माना राशि वसूली गई तो रोडवेज कर्मी आंदोलन को विवश होंगे।