हल्द्वानी। काठगोदाम डिपो के चालक-परिचालकों को अपडाउन सेवा के बावजूद डीआर न देने का मामला तूल पकड़ रहा है। ऐसे में एमवी एक्ट के नियमों का भी उल्लंघन किया जा रहा है। तय किलोमीटर की दूरी पूरी करने के बावजूद ड्यूटी रेस्ट न दिये जाने से चालकों की जान आफत में आ गई है।
गौरतलब है कि पिछले दिनों काठगोदाम डिपो में डीआर बंद कर दिये जाने के विरोध में कर्मचारियों में आक्रोश है। इधर रोडवेज कर्मचारी नेताओं के अनुसार एमवी एक्ट के अनुसार चालक को आठ घंटे की ड्यूटी के बाद आराम दिये जाने का नियम है लेकिन काठगोदाम डिपो में इन नियमों को हवा में उड़ाया जा रहा है। बताया गया कि दिल्ली जाने वाली बस रोजाना अपडाउन कर रही है, ऐसे में ड्यूटी करने वाले स्टॉफ को डीआर दिया जाना था लेकिन इसमें कटौती कर दी गई है। बस के अपडाउन न करने की स्थिति में डीआर न दिये जाने का प्रावधान है लेकिन डिपो प्रबंधन डीआर बंद कर रोडवेज बसों को अपडाउन में संचालित कर रहा है। ऐसे में हादसों का खतरा भी बना रहता है। एक दिन में करीब 280 किलोमीटर लक्ष्य के सापेक्ष चालक-परिचालक इसे प्राप्त भी कर रहे हैं। कर्मचारी नेताओं ने बताया कि यदि डिपो के पास बसों का टोटा है तो कर्मचारियों को डीआर के तौर पर राहत दी जानी चाहिए। कर्मचारी नेताओं ने स्पष्टï किया कि यदि प्रबंधन की मनमानी जारी रही तो आंदोलन की रणनीति तैयार करनी पड़ेगी।