हल्द्वानी। जी हां हम बात कर रहे है उत्तराखंड की सबसे शांत वादी की, जिसे कुमाऊं मंडल कहा जाता है। कुमाऊं के प्रवेश द्वार कहे जाने वाले हल्द्वानी मैं अचानक अपराध का ग्राफ बड़ गया है। इसे पुलिस कर्मियों की लचर कार्य प्रणाली कहे या फिर आला अधिकारियों का फेलियर, दो दिन के अंतराल में हल्द्वानी में दो बड़ी घटनाएं हुई है। एक तो सर्राफा व्यवसाई के पुत्र पर अज्ञात बदमाशो ने प्राणघातक हमला किया, वही दूसरी घटना पुलिस कर्मी के परिवार पर कहर बनकर टूटी है। पुलिस कांस्टेबल की पत्नी को बदमाशो ने दिनदहाड़े में घर में घुसकर मौत के घाट उतार दिया। दोनो ही मामलो में नैनीताल पुलिस के हाथ खाली है। इस मामले में कोई उपलब्धि किसी के हाथ लगी भी है तो वो है जनपद उधमसिंह नगर की पुलिस। सर्राफा के पुत्र पर प्राणघातक हमला करने वाले बदमाशो को उधमसिंहनगर पुलिस ने मुठभेड़ के दौरान पकड़ लिया। सूत्र बताते है की इस पूरे मामले में पुलिस के एक बड़े अधिकारी की सूचना लीक हो गई, इसका खामियाजा पुलिस को मुख्य आरोपी के फरार हो जाने के रूप में उठाना पड़ रहा है। कुल मिलाकर इन दो घटनाओं से यह प्रतीत हो रहा है की पुलिस के इन दो अधिकारियों के बीच वर्चस्व की जंग चल रही है। शहर कोतवाल संशय की स्थिति में है।