हल्द्वानी। डीआईजी डॉ. नीलेश आनन्द भरणे का ममता बिष्ट हत्याकांड का खुलासा 24 घंटे के भीतर करने के दावे की हवा निकल गई है। साथ ही सर्राफा व्यापारी के पुत्र पर फायरिंग के मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी भी नहीं हो पाई है। इस मामले में डीआईजी ने आरोपी के न पकड़े जाने पर इस्तीफा देने की बात मीडिया के समक्ष कही थी। हल्द्वानी में अपराध का ग्राफ एकाएक बढ़ा है। आए दिन चोरी-चकारी, लूटपाट, छीना-झपटी, छींटाकशी के मामले सामने आ रहे हैं।
साथ ही व्यवसाई पुत्र पर फायरिंग के बाद पुलिस कर्मी की पत्नी की निर्मम हत्या से शहरवासी दहशत के साये में जीने ?को विवश हैं। दीपावली पर्व से अब तक पुलिस के चौकसी बरतने के दावे होते रहे हैं। इसके लिए उच्चाधिकारी भी लगातार अधीनस्थों को निर्देश देते रहे हैं। लेकिन पुलिस के चौकसी के बरतने के दावों के बाद से नगर में पूरी तरह अपराधियों का बोलबाला बढ़ता चला गया। आलम यह है कि आज प्रत्येक नगरवासी अपने आपको असुरक्षित महसूस कर रहा है। नगर में होने वाले अपराधों का ग्राफ जहां बढ़ा है। वहीं खुलासा दर काफी कम है। ऐसे घटनाओं का खुलासा हो पा रहा है, जिनमें अपराधी सीसीटीवी कैमरों में कैद हो रहे हैं। यहां तक कि कई मामलों में तो मुकदमा दर्ज करने भी पुलिस की आनाकानी सामने आ रही है। दो दिन पूर्व डीआईजी ने सर्राफा व्यापारी के पुत्र पर फायरिंग व ममता बिष्ट हत्याकांड के जल्द खुलासे का दावा किया था। उन्होंने कहा कि ममता बिष्ट हत्याकांड का खुलासा 24 घंटे के अंदर कर दिया जाएगा। जबकि उन्होंने सर्राफा व्यापारी के पुत्र पर फायरिंग करने वाले मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी एक दिन में न होने पर इस्तीफा देने की बात कही थी। डीआईजी के दावे दोनों ही मामलों में हवा-हवाई साबित हुए हैं।