हल्द्वानी। गौला खनन के लिए गेट खोले नौ दिन हो गए हैं लेकिन अब तक एक भी वाहन उपखनिज निकासी को नहीं पहुंचा। गेटों से अब तक फार्म बिक्री ही शुरू नहीं हो पाई है। हालांकि वन विभाग व निगम की ओर से तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। वहीं खनन शुरू न होने से ट्रांसपोर्टरों के साथ ही मेहनत-मजदूर भी रोजी-रोटी से वंचित हो रहे हैं।
वन विभाग व निगम की ओर से खनन के लिए लगभग सभी गेट खोल दिये गए हैं। बीती पांच दिंसबर को सबसे पहले आंवला चौकी, लालकुआं, गोरापड़ाव व बेरीपड़ाव गेट खोले गये। इसके बाद गेट खोलने का क्रम चलता रहा।
मंगलवार को शीशमहल खनन गेट भी खोल दिया गया। इस बीच गौला खनन संघर्ष समिति से जुड़े कारोबारियों ने यहां धरना दिया। उनका कहना था कि जब तक एक प्रदेश एक रायल्टी लागू नहीं की जाती तब तक वाहन स्वामी खनन निकासी नहीं करेंगे। उन्होंने चेताया कि सरकार इस मामले में जल्द निर्णय ले अन्यथा बाजार बंद व चक्का जाम किया जाएगा। समिति पदाधिकारियों ने बताया कि कल से रोजाना शीशमहल गेट में धरना दिया जाएगा और किसी भी वाहन को गेट में प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस मामले में खनन कारोबारी एकजुट हैं। धरना देने वालों में समिति अध्यक्ष पम्मी सैफी व राजेंद्र सिंह बिष्टï, रमेश जोशी, मनोज मठपाल, विक्की जोशी, पप्पू बृजवासी, रोहित साह, यागेंद्र बिष्टï, विजय बिष्टï, भुवन दुर्गापाल, कमल बिष्टï, नरेंद्र उपाध्याय समेत तमाम खनन कारोबारी शामिल थे।
शीशमहल गेट भी खुला
गौला रेंजर चंदन अधिकारी ने बताया कि पूरी तैयारी के साथ हल्द्वानी व लालकुआं डिवीजन के सभी खनन गेट खोल दिये गए हैं लेकिन अभी वाहन प्रवेश नहीं कर रहे हैं। मंगलवार को शीशमहल गेट भी खोल दिया गया।