नैनीताल। आजादी के अमृत महोत्सव के तहत 75 वे स्वतंत्रता दिवस के मौके पर प्रतिष्ठित सैंटजोसफ कॉलेज मे एस्ट्रो पाठशाल में एस्ट्रोवर्स टीम ने हाइड्रो रॉकेट्र प्रतियोगिता का आयोजन किया। जिसमें लॉन्ग व्यू पब्लिक स्कूल और सेंट जोसेफ कॉलेज के लगभग 100 से अधिक छात्रों ने प्रतिभाग किया।प्रतियोगिता में वेस्ट सामग्री से खुद राकेट बनाकर लाए थे। जिन्हें छात्रों द्वारा एस्ट्रो पाठशाला मे रॉकेट को डेढ़ सौ से अधिक मीटर दूरी तक उड़ाया कुछ रॉकेट को ग्राउंड को पार किया गया। संस्था के शुभम कुमार ने बताया एक्सट्रोवर्स एक्सपीरियंस प्राइवेट लिमिटेड द्वारा स्कूलों में अपनी तरह का पहला आयोजन है और आने वाले समय में भारत वर्ष के सभी स्कूलों में इस तरह के आयोजन किए जाएंगे और हमारा प्रयास से बच्चों को बताने का इंजीनियरिंग डॉक्टरी से हटकर कैरियर बनाने के लिए और भी महत्वपूर्ण चीजें हैं जिनमें एक एस्ट्रो भी है। इसमें छात्रों को संस्था द्वारा प्रोत्साहित किया गया अंतरिक्ष शिक्षा कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य वैज्ञानिक अवलोकन करना है। लॉन्ग व्यू पब्लिक स्कूल के प्रधानाचार्य भुवन त्रिपाठी ने बताया हाइड्रो रॉकेट प्रतियोगिता का आयोजन लॉन्ग व्यू पब्लिक स्कूल और सेंट जोसेफ कॉलेज के मध्य प्रतियोगिता आयोजित की गई। नैनीताल के ही कुछ युवकों द्वारा एस्ट्रो वर्ड्स प्राइवेट लिमिटेड कंपनी खोली गई है और कंपनी के संस्थापक राहुल कुमार ने बताया यह हिंदुस्तान में अपने तरह की पहली पाठशाला है जो स्कूली छात्र छात्राओं को साइंस के बारे में कार्यक्रम आयोजित कर जानकारी देंगे उन्होंने आयोजन को संपन्न कराने में सेंट जोसेफ कॉलेज का भी आभार व्यक्त किया।संस्था के राहुल कुमार ने बताया इस प्रतियोगिता मे एस्ट्रोवर्स टीम ने हाइड्रो रॉकेट्र पाठशाला में बनावट के आधार पर प्रथम द्वितीय और तृतीय प्रतिभागी का चयन किया गया है और आयोजकों ने बताया की प्रथम द्वितीय और तृतीय आने वाले छात्रों को टेलिस्कोप, दूरबीन और मोनोक्यूलर इनाम के रूप में दिया जाएगा।
सेंट जोसेफ कॉलेज के प्रधानाचार्य ब्रदर हेक्टर पिंटो ने बताया स्वतंत्रता दिवस के मौके पर अन्य रंगारंग कार्यक्रमों के साथ साथ स्कूली छात्रों के लिए एस्ट्रो वर्ष एक्सपीरियंस प्राइवेट लिमिटेड द्वारा पाठशाला का आयोजन किया गया है उन्होंने बताया शिक्षा के क्षेत्र में साइंस में हाइड्रो रॉकेट के बारे में प्रतियोगिता आयोजित कराई गई है इस प्रतियोगिता का उद्देश्य है डॉक्टरी इंजीनियरिंग के अलावा भविष्य बनाने के लिए और भी फील्ड है जिसमें एस्ट्रोनॉमी स्पेसक्राफ्ट और हमारा भारत बहुत तरक्की कर रहा है। और आज देश में वैज्ञानिक हैं जो नाशा के तर्क पर देश को आगे बढ़ा रहे हैं उन्होंने बताया स्कूल में भी एक बड़ा टेलिस्कोप है और मेरा सपना है कि सभी मानक पूरे करके उसको स्कूल में स्थापित किया जाए।