पिथौरागढ़ । उत्तराखंड में मौसम ने मंगलवार को अचानक करवट बदली। कुमाऊं में दारमा और व्यास घाटी सहित उच्च हिमालयी क्षेत्र में हिमपात हुआ जबकि मुनस्यारी के नाचनी क्षेत्र में भीषण ओलावृष्टि हुई जिससे सब्जियों और फलदार पेड़ों को काफी नुकसान हुआ है। सीमांत जिले में पिछले एक सप्ताह से मौसम साफ था। मंगलवार को दिनभर धूप खिली रही। शाम को जिले के ऊंचाई वाले हिस्सों में बादल छाने शुरू हुए। फिर मुनस्यारी और धारचूला की चोटियों पर हिमपात शुरू हो गया।
दारमा और व्यास घाटी के सभी गांवों में हिमपात से कड़ाके की ठंड पड़ रही है। दातू गांव निवासी मनोज दताल ने बताया कि मंगलवार को अत्यधिक बर्फबारी हुई है। दातू गांव के प्रधान जमन सिंह दताल ने बताया कि ठंड बढ़ने से छह नवंबर से सभी गांवों के लोग निचली घाटी की ओर लौटना शुरू करेंगे। इधर मुनस्यारी के नाचनी क्षेत्र में बारिश के साथ ओले गिरे। नाचनी के अलावा तेजम, क्वीटी, बिर्थी, होकरा क्षेत्र में भी ओलावृष्टि से खेतों में तैयार सब्जियों के साथ ही माल्टा, संतरा, नींबू सहित अन्य फलदार पेड़ों को व्यापक नुकसान पहुंचा है। वहीं जिला मुख्यालय पिथौरागढ़ में मौसम सामान्य रहा। वहीं, मंगलवार दोपहर को अचानक मौसम बदला और हेमकुंड साहिब, फूलों की घाटी सहित ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी हुई। जोशीमठ में जमकर ओलावृष्टि होने से क्षेत्र में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। पिछले कुछ दिनों से मौसम साफ था लेकिन मंगलवार को अचानक मौसम ने करवट बदली और हेमकुंड साहिब, फूलों की घाटी सहित अन्य ऊंचाई वाले इलाकों में जमकर बर्फबारी हुई।