- एसएसपी, एडीएम, एसपी सिटी समेत अन्य अधिकारी रखे रहे नजर
- पिछली बार मची तबाही को याद दिला दी रुक रुक कर हुई बारिश ने
रूद्रपुर। शुक्रवार की रात से शनिवार देर शाम तक हुई भारी बारिश ने शहर को पिछले साल बाढ़ से मची तबाही का याद दिला दी। रात तक रूक रूककर हुई बारिश के चलते निचले इलाकों में रह रहे लोगों की सांस अटकी रही। कल्याणी नदी किनारे रह रहे लोगों को राहत पहुंचाने के लिए पुलिस और प्रशासन रात भर अलर्ट नजर आया। करीब 300 से अधिक परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया। बता दें कि
पिछले साल अक्टूबर में भारी बारिश से पूरा शहर जलमग्न हो गया था। जिससे करोड़ों का नुकसान हुआ। मुख्य बाजार में जहां दुकानों में पानी भर गया वहीं कल्याणी के आस पास रह रहे लोगों ने जो मंजर देखा उसे याद करके आज भी लोग सहम जाते हैं। शुक्रवार की रात से कल दिन भर हुई बारिश ने एक बार फिर लोगों को पिछले साल का वह खौफनाक मंजर याद दिला दिया। शाम ढलने तक जब बारिश नहीं रूकी तो तमाम लोगों ने अपने घरों को छोड़कर सुरक्षित स्थानों की शरण ले ली। एडीएम डॉ ललित नारायण मिश्र, एसपी सिटी मनोज कत्याल, तहसीलदार,जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी उमाशंकर नेगी समेत कई अन्य अधिकारी नदी किनारे रह रहे लोगों से अपील करते नजर आए।रात भर प्रशासन भी स्थिति पर नजर बनाए हुए था। उधर एसएसपी डॉ मंजूनाथ टीसी भी रुद्रपुर कोतवाल विक्रम राठौर, ट्रांजिट कैंप के निरीक्षक सुंदरम शर्मा समेत अधीनस्थों के साथ जलभराव वाले इलाकों का दौरा करते रहे। निचले इलाकों में स्थित बस्तियों में रह रहे सैकड़ों लोगों को राहत शिविर में रखा गया। बारिश के बीच पूरी रात लोगों की सांस अटकी रही। एसएसपी भूतबंगला में जलभराव में घुस कर लोगों को बाहर निकाला। उनके साथ पूर्व सभासद रामबाबू समेत अन्य लोग भी थे। शुक्र रहा कि रात को बारिश बंद हो गई। जलभराव की स्थिति जगतपुरा, संजय नगर खेड़ा, रविन्द्र नगर आदि कालोनी।
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एसडीआरएफ टीम भी रात भर जलभराव की जगह पर जुटी रही
रुद्रपुर। शहर में बारिश के जलभराव वाले क्षेत्र में बचाव कार्य के लिए एसडीआरएफ टीम भी रात भर मौके पर जुटी रही। टीम प्रभारी बीएस बजेली के मुताबिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। रविवार की सुबह पानी कम हुआ,तब वहां से रवाना हुए।