रुद्रपुर। चौकी रम्पुरा निवासी धारा की मुखबिरी के शक में हत्या की गई। शनिवार दोपहर को कोतवाली में एसएसपी डॉ मंजूनाथ टीसी ने खुलासा किया। एसएसपी ने बताया कि लम्बी छानबीन के बाद पुलिस ने छत्रपाल को उसके साथी के साथ गिरफ्तार कर पूरे मामले का खुलासा कर दिया है। एसएसपी ने बताया कि रम्पुरा निवासी धन देवी ने कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि उसका पुत्र धारा 2 सितम्बर की दोपहर को धारा को स्वर्ग फार्म तहसील बिलासपुर रामपुर निवासी सुजीत अपनी बाइक पर बैठाकर ले गया था। उसके बाद वह वापस नहीं लौटा। पुलिस ने मामले की छानबीन के दौरान सुजीत से पूछताछ और सीसीटीवी का अवलोकन किया तो पता चला कि लापता धारा को छत्रपाल बंगाली कालोनी, आजाद नगर, किच्छा अपनी कार में बैठाकर ले गया था। धारा के बारे में जब जानकारी जुटायी गयी तो पता चला कि वह एनडीपीएस के मामले में जेल में है। छत्रपाल की संदिग्ध भूमिका को देखते हुए पुलिस ने उसे रिमाण्ड पर लेकर कड़ी पूछताछ की। उन्होंने बताया कि छत्रपाल से पूछताछ करने पर धारा की हत्या का पूरा सच सामने आ गया। जांच के बाद जो सच्चाई सामने आयी उससे पुलिस भी दंग रह गयी। बताया कि दरअसल छत्रपाल नशे के सामान की तस्करी का काम करता था और मृतक धारा भी नशे का आदी था। जब छत्रपाल को एनडीपीएस के मामले में किच्छा में पुलिस ने गिरफ्रतार किया तो उसे शक हो गया कि धारा ने ही उसकी मुखबिरी की है। जिसके चलते उसने धारा को ठिकाने लगाने का मन बना लिया और छत्रपाल ने बदला लेने के लिए अपनी बेटी की बीमारी को लेकर कोर्ट से पैरोल पर आया और अपनी योजना के मुताबिक उसने अपने साथी नईम अहमद निवासी खेडा रूद्रपुर को साथ लेकर धारा को अपने साथ बुलाया। उसे अपनी गाड़ी में बिठाकर अपने साथ जहानाबाद जिला पीलीभीत ले गया। वहां पर दोनों ने मिलकर कार में गमछे से गला दबाकर धारा की हत्या कर दी और उसके शव को सड़क किनारे केले के पत्तों के नीचे छुपा दिया। एसएसपी ने बताया कि बयानों के आधार पर पुलिस ने मुख्य आरोपी छत्रपाल का 3 दिन का पीसीआर लिया और इसी दौरान उसके साथी नईम को भी गिरफ्रतार कर लिया। पूछताछ के बाद दोनों को शव की बरामदगी को जहांनाबाद रेलवे फाटक के पास ले जाया गया। जहां सड़ी गली अवस्था में झाड़ियों के अन्दर शव बरामद किया। मौके पर मौजूद कपड़े आदि के आधार पर मृतक के भाई ओमवीर ने धारा की शिनाख्त की। एसएसपी ने बताया कि थाना जहानाबाद पीलीभीत पुलिस शव का पोस्टमार्टम करा रही हैं।
एसएसपी डॉ मंजूनाथ टीसी ने इस सनसनीखेज हत्याकांड के खुलासे में लगी टीम को पांच हजार का नगद पुनस्कार देने की घोषणा की। साथ ही टीम की पीठ भी थपथपाई। एसएसपी ने टीम को 5 हजार ईनाम देने की घोषणा की।
एसपी सिटी मनोज कुमार कत्याल, एसपी क्राइम अभय कुमार सिंह के निर्देशन में टीम का गठन किया गया था। टीम में
सीओ ऑपरेशन अनुपा बडोला,कोतवाल विक्रम राठौर, एसएसआई कमाल हसन, द्वितीय एसएसआई केसी आर्या,एसआई अशोक कांडपाल, महिला दरोगा राखी धौनी, एसआई मोहन जोशी ,कांस्टेबल अमित जोशी ,हरीश कुमार,ललित मोहन,सत्येन्द्र पाल ,गणेश गिरी,यशपाल मेहता,हेमलता,अमित कुमार ,महेन्द्र कुमार आदि शामिल थे।