- उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की स्नातक स्तरीय परीक्षा प्रश्न पत्र लीक का मामला
रुद्रपुर। उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की आयोजित स्नातक परीक्षा प्रश्नपत्र लीक के मामले में एसटीएफ ने रामनगर का एनजीओ संचालक को गिरफ्तार किया। उसे देहरादून लेकर चली गई। इस मामले मेंअब तक यह 21 वीं गिरफ्तारी हैं।
उत्तराखंड अधीनस्थ चयन सेवा आयोग द्वारा वीडियो वीपीडीओ भर्ती परीक्षा परिणाम में प्रश्नपत्र लीक मामले में की जा रही विवेचना के तहत एसटीएफ पूर्व में 20 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है।
एसटीएफ के सूत्रों के मुताबिक संदिग्ध चयनित परीक्षार्थियों से पूछताछ में रामनगर निवासी चंदन मनराल द्वारा परीक्षा से एक दिन पहले धामपुर ले जाकर एक घर पर प्रश्न पत्र याद करवाने की बात बताई। बताया जाता है कि चंदन सिंह मनराल निवासी रामनगर पूर्व में गिरफ्तार आरोपियों के सम्पर्क में है और कई को प्रश्नपत्र उपलब्ध करवाये है। एसटीएफ ने चंदन मनराल को पूछताछ के लिए एसटीएफ कार्यालय लाया गया। यहां पर उससे पूछताछ की गई। पूछताछ के दौरान पर्याप्त साक्ष्यों के आधार पर चंदन मनराल को गिरफ्तार कर लिया गया।
एसटीएफ के अधिकारियों के मुताबिक पूछताछ में चन्दन ने बताया कि वह अन्य अभियुक्तों से पिछले कुछ सालों से संपर्क में है और वर्ष 2021 में आयोजित वीडीओ भर्ती परीक्षा में अपने क्षेत्र के कई लोगों को लाखों रुपए लेकर प्रश्न पत्र उपलब्ध करवाये।पूछताछ में उसके द्वारा अर्जित करोड़ों की संपत्ति की भी जानकारी मिली है।अर्जित संपत्ति का ब्यौरा 15 एकड़ जमीन पीरुमदार में,करीब 10 बीघा खेती की भूमि रामनगर,मनराल स्टोन क्रेशर के नाम से एक स्टोन क्रेशर पीरुमदार में जिसमें करीब सात बड़े ट्रक एवं तीन पोकलैंड,
मनराल ट्रैवल्स एजेंसी जिसमें करीब 13 बस जिनमें से 10 बस स्कूलों में एवं तीन बस पहाड़ में चलती है। बाल महिला कल्याण समिति नाम से एनजीओ,रामनगर नैनीताल में 3 मंजिला मकान व ऑफिस एवं आधा बीघा मुख्य सड़क पर कमर्शियल प्लाट,आधा दर्जन से अधिक बैंक खाते की जानकारी एसटीएफ को मिली है।