- रंगदारी न देने पर दी थी पुत्र को जान मारने की धमकी
रुद्रपुर। किच्छा पुलिस को मिली बड़ी सफलता मिली। पुलिस ने 10 लाख की रंगदारी मिलने पर पुत्र को जान से मारने वाले अन्तर्राज्यीय दो शूटरो को गिरफ्तार किया है। दोनों के पास से हथियार समेत कारतूस बरामद किए। सोमवार को किच्छा कोतवाली में एसपी सिटी मनोज कत्याल ने खुलासा किया। उन्होंने बताया कि हरेन्द्र सिंह पुत्र महेन्द्र सिंह निवासी पुलभटटा थाना पुलभटटा ने किच्छा पुलिस को तहरीर दी। तहरीर में कहा कि 3 अगस.2022 को कार से नौकर के साथ किसी काम से रूद्रपुर जा रहा था। देवरिया से पहले दो व्यक्तियों ने कार को रोकने का ईशारा किया। उसने कार को रोककर देखा तो जीशान निवासी रूद्रपुर और उसके साथ एक व्यक्ति खडा था। जीशान ने कहा कि रुपए लिये फोन किया था, लेकिन रूपये नही दिये। एसपी सिटी ने बताया कि 10 लाख रूपये नही दिये तो पुत्र मोनू को जान से मरवा दूँगा। तमंचा दिखाते हुए कहा पहले भी कई मर्डर कर रखे हैं। पुलिस ने तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया था और जांच शुरू कर दी। एसपी ने बताया कि एसएसपी डॉ मंजूनाथ टीसी के निर्देश एसपी सिटी के नेतृत्व एक टीम का गठन किया। एसपी सिटी ने बताया सोमवार को मुखबिर ने सूचना दी कि जिन व्यक्तियों की देवरिया के पास कार मे बैठे है और कही जाने की फिराक में है। पुलिस ने मौके पर कार में दो लोगों को दबोच लिया। एसपी सिटी ने बताया कि पूछताछ में जीशान निवासी शान्ति विहार रूद्रपुर व सुलेमान निवासी सकटुवा थाना बिलासपुर जिला रामपुर बताया। दोनो के कब्जे से एक एक तमंचा 315 बोर व दो-दो जिन्दा कारतूस बरामद हुये। जीशान से सख्ती से पूछताछ की गयी तो बताया कि रूद्रपुर और लालपुर में मकान लिया है जिस पर करीब 12 लाख रूपये लोन का बोझ था। रूपयो की सख्त जरूरत था जिस कारण सुलेमान को हरेन्द्र सिंह को डरा धमका कर रूपये लेने के लिये 2 लाख रूपये में तय करके बुलाया था। मौका मिलते ही मोनू व डम्पी को जान से मार देने की बात भी बताई। एसपी ने बताया कि सुलेमान बिलासपुर में कई मुकदमे दर्ज हैं। टीम में इंस्पेक्टर धीरेन्द्र कुमार समेत विवेचक सुनील भी शामिल है।