- इस मुद्दे को विधानसभा में उठाने के साथ ही जरुरत पड़ने पर हाईकोर्ट की शरण लेने की बात कही
रूद्रपुर। उपनेता प्रतिपक्ष एवं खटीमा के विधायक भुवन कापड़ी ने सरकार पर सिडकुल की जमीन अपने चहेतों को कौड़ियों के भाव बेचने का आरोप लगाते हुए जमकर निशाना साधा। उन्होंने मामले को विधानसभा में उठाने के साथ ही जरूरत पड़ी तो हाईकोर्ट की शरण लेने की बात कही। उपनेता प्रतिपक्ष कापड़ी शनिवार को जिला मुख्यालय पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार बेस कीमती संपत्तियां अपने चहेतों को कौड़ियों के भाव बेचने में लगी है। विकास पुरूष पंडित नारायण दत्त तिवारी ने सिडकुल की स्थापना करके हजारों लोगों को रोजगार देने का काम किया था। इस धरोहर को बचाने में सरकार फेल साबित हो रही है। सिडकुल से उद्योगों का लगातार पलायन हो रहा हैं। कई बडी कंपनियां पलायन कर चुकी है, लेकिन सरकार को इसकी कोई चिंता नहीं है। ये कंपनियां हजारों युवाओं को रोजगार दे रही थी। एक बार भी सरकार ने चिंतन नहीं किया कि ये कंपनियां क्यों पलायन कर रही हैं। सिडकुल में जिस जमीन का बाजार भाव 60 हजार रूपये स्कवायर मीटर है उसे सरकार अपने चहेतों को मात्र 13 हजार 401 रूपये स्क्वायर मीटर बेच रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि जमीन के खेल में सीएम और अधिकारी सब मिले हुए हैं। 18 एकड़ जमीन को कौड़ियों के भाव बेचने के इस मामले को वह विधानसभा में उठायेंगे। जरूरत पड़ी तो हाईकोर्ट का दरवाजा भी खटखटायेंगे। आरोप है कि भाजपा सरकार ने भ्रष्टाचार की सीमायें लांघ दी है। पहले बिना योग्यता के लोगों को रोजगार दिया। विधानसभा भर्ती घोटाला, सहकारिता घोटाला, रोजगार को कैसे सुरक्षित करें इस ओर सरकार का बिल्कुल ध्यान नहीं है। सरकार ने पांच साल में 35 हजार करोड़ रूपये कर्ज लेकर प्रदेश वासियों को कर्जदार बनाने का काम किया है और संपत्तियां बेचकर अपने चहेतों को लाभ पहुंचाया है। विधायक कापड़ी ने कहा कि घोटाला जिसकी सरकार में भी हुआ है उस पर कार्रवाई होनी चाहिए। पार्टी हित से पहले जनता का हित होना चाहिए। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी के नेतृत्व में भारत जोड़ो यात्र को देश भर में भारी सफलता मिल रही है। जिन जिन प्रदेशों से यात्रा नहीं गुजर रही है उनमें भारत जोड़ो यात्र के समर्थन में पखवाड़ा मनाया जा रहा है। जिसमें जिला, कांग्रेस और ब्लाक स्तर पर कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं। वार्ता के दौरान पार्षद मोहन खेड़ा, संदीप चीमा, सौरभ चिलाना आदि मौजूद थे।