-29 लोग हुए ग्रसित, उल्टी-दस्त से बिगड़ी हालत
-स्वास्थ्य विभाग में मचा
रुद्रपुर। गदरपुर के गांव पिपलियां-एक में एक साथ बड़ी तादाद में ग्रामीणों में डायरियां से हालत बिगड़ गई। इससे स्वास्थ्य विभाग में हडकंप मच गया। उल्टी- दस्त से हालत बिगड़ने पर तीमारदारों और स्वास्थ्य कार्मिकों ने ग्रामीणों को अलग अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया। जिनमें से एक ग्रामीण की हालत नाजुक होने पर उसे निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। एक साथ कई लोगों के डायरिया से ग्रसित होने की खबर मिलते ही स्वास्थ्य विभाग में अलर्ट हो गया और डॉक्टरों की टीम ने गांव में डेरा डाल लिया। इसके साथ ही गांव के पेयजल के सैपल लेकर जांच को जल संस्थान को सौपा गया है। गदरपुर के गांव पिपलिया नंबर एक में उस वक्त अफरातफरी का माहौल पैदा हो गया। जब एक ही गांव के रहने वाले महिलाएं-पुरुषों में उल्टी दस्त की शिकायत शुरू होने लगी। हालत बिगड़ने पर परिवार के लोग अपने अपने मरीजों को नजदीक के ही प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले गए। बाद कई डायरिया से पीड़ित ग्रामीणों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया। दोपहर बारह बजे के करीब जिला अस्तपाल में 108 एबुलैस के आने का सिलसिला शुरू हुआ। कई चक्कर लगाने के बाद 108 एबुलैस के द्वारा जिला अस्पताल में नकुल सिकदार,किरन विश्वास,मंजू बाला,अनीता विश्वास,कविता बाला,नीतू दास,सुमित्रा विश्वास को भर्ती कराया गया। तीमारदारों का कहना था कि रविवार की रात को खाना खाने के बाद सुबह चार बजे से गांव के लोगों में उल्टी-दस्त की शिकायत शुरू हो गई थी। जिनमें से ज्यादातर लोगों की हालत बिगड़ने लगी। तो वहीं गांव में अफरातफरी का माहौल बनने लगा। लोग अपने अपने मरीजों को लेकर अस्पतालों की ओर भागने लगे। तीमारदारों का कहना था कि एक ही गांव के 29 लोग डायरियां से पीड़ित हुए है। जिसकी सूचना मिलने पर स्वास्थ्य विभाग भी अलर्ट हो गया और आनन फानन में सीएमओ के आदेश पर चिकित्सकों की एक टीम गांव को रवाना हुई।डायरिया से पीड़ित मरीजों का उपचार शुरू करने के साथ ही जल संस्थान और डॉक्टरों की टीम ने पानी के सैपल जांच के लिए सुरक्षित किए।स्वास्थ्य विभाग ने आसपास के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों से भी डॉक्टरों और स्वास्थ्य कार्मिकों की टीम को रवाना कर दिया। जिसके बाद गांव में डॉक्टरों ने डेरा डाल लिया।
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ग्रामीणों को पानी उबालकर पीने की दी हिदायत
रुद्रपुर। पिपलिया गांव में डायरियां फैलने के बाद चिकित्सकों की टीम ने ग्रसित लोगों का उपचार करने के साथ साथ ग्रामीणों को अलर्ट भी कर दिया है। गांव सहित आसपास के इलाकों में स्वास्थ्य कार्मिकों को भेजकर जागरूकता अभियान में शुरू कर दिया है। टीम ने बताया कि पानी को उबाल कर पिए और बासी खाने का बिल्कुल भी प्रयोग नहीं करे। यदि किसी को उल्टी और दस्त की शिकायत होती है। तो तत्काल स्वास्थ्य केंद्र आकर उपचार करवाएं।
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गांव में डायरिया फैलने की सूचना मिलने पर चिकित्सकों की टीम और चार एबुलैस रवाना कर दिया। इसके अलावा पानी का सैपल भी लिया गया है। प्रारंभिक जांच में डायरिया फैलने की वजह पाइप लाइन का फटा होने माना जा रहा है। आसपास के इलाकों में डॉक्टरों को भेजा गया। इसके अलावा चिकित्सकों की कई टीम बनाकर रवाना कर दी गई है।
डां सुनीता चुफाल,सीएमओ ऊधमसिहनगर