नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ के जरिए देशवासियों को संबोधित किया। यह मासिक रेडियो कार्यक्रम का 90वां एपिसोड रहा। मोदी ने इस दौरान आपातकाल का जिक्र करते हुए कहा, क्या आपको पता है कि आपके माता-पिता जब आपकी उम्र के थे तो एक बार उनसे जीवन का भी अधिकार छीन लिया गया था! आप सोच रहे होंगे कि ऐसा कैसे हो सकता है? ये तो असंभव है। लेकिन मेरे नौजवान साथियो, हमारे देश में एक बार ऐसा हुआ था। ये बरसों पहले 1975 की बात है। जून का वही समय था, जब इमरजेंसी लगाई गई थी।
मोदी ने कहा, अमृत महोत्सव सैकड़ों वर्षों की गुलामी से मुक्ति की विजय गाथा ही नहीं, बल्कि आजादी के बाद के 75 वर्षों की यात्रा भी समेटे हुए है। इतिहास के हर अहम पड़ाव से सीखते हुए ही हम आगे बढ़ते हैं। आज जब देश अपनी आजादी के 75 वर्ष का पर्व मना रहा है, अमृत महोत्सव मना रहा है, तो आपातकाल के उस भयावह दौर को भी हमें कभी भी भूलना नहीं चाहिए। आने वाली पीढिय़ों को भी भूलना नहीं चाहिए। इमरजेंसी के दौरान देशवासियों के संघर्ष का गवाह रहने का, साझेदार रहने का सौभाग्य मुझे भी मिला था।