ईरान ने स्पष्ट किया है कि वह अपने परमाणु कार्यक्रम को जारी रखेगा, भले ही अमेरिका और इजरायल उसके ठिकानों पर हमले करते रहें। ईरानी विदेश मंत्री अब्बास अराघची ने कहा कि हमलों के बावजूद ईरान पीछे नहीं हटेगा।
अमेरिका-इजरायल की चेतावनी और हमले
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चेतावनी दी कि ईरान द्वारा बनाई गई किसी भी नई परमाणु सुविधा को नष्ट कर दिया जाएगा। उन्होंने दावा किया कि अमेरिकी हमलों ने जून में तीन परमाणु ठिकानों को पूरी तरह खत्म कर दिया।
इससे पहले, 13 जून को इजरायल ने ईरान पर हमला किया था, जिसके जवाब में ईरान ने भी जवाबी सैन्य कार्रवाई की। इस संघर्ष में अमेरिका की भी सीधी एंट्री हुई, और उसने ईरान के अहम ठिकानों को निशाना बनाया। 12 दिन तक चले संघर्ष के बाद अब कूटनीतिक प्रयास तेज हो रहे हैं।
तुर्किये में होगी यूरोपीय देशों के साथ बैठक
ईरान ने कहा है कि वह इस सप्ताह ब्रिटेन, फ्रांस और जर्मनी के साथ परमाणु मुद्दे पर तुर्किये में बैठक करेगा। बैठक में यूरोपीय संघ की विदेश नीति प्रमुख काजा कल्लास भी हिस्सा लेंगी। बातचीत का मुख्य उद्देश्य है – प्रतिबंधों को हटाना और ईरान के शांतिपूर्ण परमाणु कार्यक्रम को सुनिश्चित करना।